Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

कांग्रेस और विपक्ष की धज्जियां बिखेरने वाला 'लद्दाखी युवा', जानिए 10 खास बातें

हमें फॉलो करें कांग्रेस और विपक्ष की धज्जियां बिखेरने वाला 'लद्दाखी युवा', जानिए 10 खास बातें
, रविवार, 11 अगस्त 2019 (11:38 IST)
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म हो चुकी है। लद्दाख को जम्मू कश्मीर से अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा भी मिल गया है। ऐसे में सबसे ज्यादा चर्चा जामयांग शेरिंग नामग्याल की हो रही है। लद्दाख के इस युवा सांसद संसद में 370 पर हो रही बहस में भाग लेते हुए कांग्रेस और विपक्ष की धज्जियां बिखेर दी। यहां तक कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी नामग्याल की प्रशंसा किए बिना नहीं रह सके। आइए जानते हैं जामयांग शेरिंग नामग्याल के बारे में 10 खास बातें...

- 34 साल के नामग्याल लद्दाख से भाजपा सांसद हैं। वे इस समय सोशल मीडिया पर सबसे चर्चित चेहरा बन चुके हैं। 
- नामग्याल संसद में भौगोलिक आधार पर भारत के सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- नामग्याल का जन्म 4 अगस्त 1985 को लेह के मठो गांव में हुआ था। 
- इस युवा नेता ने अपना राजनीतिक करियर 2012 में शुरू किया था। वो लेह में भाजपा ऑफिस में केयरटेकर थे।

- इस समय उनका काम उन लोगों के लिए आवेदन पत्र लिखना था जो कार्यालय में आते थे लेकिन साक्षर नहीं थे या अच्छी तरह से पढ़ना भी नहीं जानते थे।
- धारा 370 पर संसद में चर्चा के दौरान दिए भाषण से वह एक ही दिन में पूरे भारत के हीरो बन गए। देश के दिग्गज सांसदों के बीच जिस सादगी और आत्मविश्वास से उन्होंने अपनी बात रखी वह काबिलेतारीफ है। 
- संसद में उन्होंने धारा 370 का विरोध करने वालों को जमकर लताड़ा।

- अपनी लगन और मेहनत के बल पर वह आगे बढ़ते गए और उनकी लोकप्रियता भी लद्दाख में तेजी से बढ़ने लगी। 
- उन्होंने भाजपा का प्रवक्ता बनाया गया और देखते ही देखते उन्हें भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद का टिकट दे दिया। उन्होंन यह चुनाव रिकॉर्ड मतों से जीता।  
- लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनाने के लिए उन्होंने लोगों को जागरुक किया। उन्होंने घर-घर जाकर लोगों को बताया कि इसके क्या मायने हैं और इससे क्या फायदा होगा। 
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

राहुल गांधी रणछोड़ गांधी, शिवराज का तंज, कांग्रेस नेताओं को बताया परजीवी