श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से हुईं 2 मुठभेड़ों और एक मुठभेड़ स्थल पर हुए जबरदस्त विस्फोट में कुल 15 लोगों की जानें गई हैं। मरने वालों में वे 7 नागरिक भी शामिल हैं, जो विस्फोट का शिकार हुए थे और वे 3 सैनिक भी, जो एलओसी पर घुसपैठ को रोकते हुए शहीद हो गए। सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को कुलगाम में ढेर कर दिया जबकि 2 अन्य को एलओसी पर मार गिराया गया। एलओसी पर फिलहाल मुठभेड़ जारी थी तथा विस्फोट में जख्मी हुए 5 घायलों की दशा अभी भी नाजुक बनी हुई थी।
मुठभेड़ में शहीद हुए सुरक्षाकमियों का विवरण : मुठभेड़ में शहीद तीन सुरक्षाकर्मियों में हवलदार कौशल कुमार (नौशेरा, जम्मू कश्मीर), लांस नायक रंजीत सिंह (डोडा, जम्मू कश्मीर) और रायफलमैन रजत कुमार बसान (पल्लनवारा, जम्मू कश्मीर) शामिल हैं।
रविवार को एलओसी के पास सुंदरबानी सेक्टर और कुलगाम में मुठभेड़ हुई। सुंदरबानी में सुरक्षाबलों ने 2 पाकिस्तानी घुसपैठियों को ढेर कर दिया। आतंकियों की ओर से हुई फायरिंग में 3 जवान भी शहीद हो गए। 1 जवान जख्मी है। इससे पहले दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान के दौरान 3 आतंकियों को मार गिराया। आतंकियों की ओर से गोलीबारी में 2 जवान जख्मी हुए। ऑपरेशन खत्म होने के कुछ देर बाद मुठभेड़ की जगह पर धमाका हो गया। इसमें 7 नागरिकों की मौत हो गई।
सुंदरबानी में रविवार दोपहर 1.45 बजे एलओसी पर सुरक्षाबलों और घुसपैठियों के बीच मुठभेड़ हुई। सेना के मुताबिक आतंकी सीमा के काफी करीब आ गए थे। मारे गए आतंकियों के पास से 2 एके-47 समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए। खबरों के अनुसार आतंकियों के साथ सेना का ऑपरेशन अभी जारी है। रक्षा प्रवक्ता के अनुसार सेना के जवानों ने नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि देखी। जवानों ने घुसपैठियों को ललकारा जिसके बाद उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी।
इससे पहले कुलगाम में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सेना ने 3 आतंकियों को तो ठोंक डाला लेकिन मुठभेड़ स्थल पर हुए एक धमाके में 7 नागरिकों की मौत हो गई। 5 अन्य नागरिकों की दशा नाजुक बताई जा रही है। कुल 15 नागरिक जख्मी हुए थे।
कुलगाम जिले में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के बाद एक बड़ा धमाका हुआ और इसमें 7 स्थानीय नागरिक मारे गए। तकरीबन 10 और नागरिक जख्मी हैं जिनमें से 5 की दशा नाजुक बताई जा रही है। घटना के बाद अपने बयान में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि लोगों से मुठभेड़ के बाद मुठभेड़ स्थल पर न जाने की अपील की गई थी जिसे न मानकर कई लोग यहां पहुंच गए। इसी बीच यहां ब्लास्ट हुआ जिसमें इतने नागरिकों की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि कुलगाम के लारनू में रविवार सुबह मुठभेड़ के बाद कई स्थानीय लोग पुलिस के मना करने के बावजूद मुठभेड़ स्थल पर पहुंच गए थे। इसी दौरान यहां पर एक बड़ा विस्फोट हुआ जिसमें 7 नागरिकों की मौत हो गई। धमाके के बाद मौके पर पहुंचे सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने तत्काल घायल लोगों को धमाके की जगह से निकाला जिसके बाद प्रशासन की मदद से इन्हें कुलगाम के स्थानीय अस्पताल में शिफ्ट किया गया। इनमें से कुछ लोगों को हालत गंभीर होने पर श्रीनगर के अस्पताल में रेफर किया गया है।
इस धमाके से कुछ देर पहले ही इलाके में हुई एक मुठभेड़ में सेना ने 3 आतंकियों को मार गिराया था। सेना की राष्ट्रीय राइफल्स को शनिवार-रविवार देर रात कुलगाम जिले के लारनू इलाके में 2-3 आतंकियों की आवाजाही की खबर मिली थी। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए रविवार सुबह इस इलाके में सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी और केरिपुब के जवानों ने तलाशी अभियान शुरू किया। इस बीच एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर भागने का प्रयास किया, तब जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग कर आतंकियों के खिलाफ काउंटर ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान 2 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं।