लखनऊ। लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) मामले में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) को पूछताछ के लिए नोटिस दिया गया है।
पुलिस ने अजय मिश्रा के घर पर नोटिस लगाया गया है। नोटिस के अनुसार आशीष मिश्रा को शुक्रवार की सुबह 10 बजे खीरी में पुलिस के सामने पेश होना होगा।
इससे पहले आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के सवाल का जवाब देते हुए लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा था कि मुख्य आरोपी (आशीष मिश्रा) को भी हम आज समन भेज रहे हैं। हम उनका बयान दर्ज़ करेंगे उसके आधार पर आगे साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं।
नोटिस में कहा गया है कि तिकुनिया जनपद के खीरी के संबंध में जो भी तथ्य आपके संज्ञान में है, उन्हें बताने के लिए आपको निर्देशित किया जाता है।
8 अक्टूबर की सुबह 10 बजे अपराध शाखा, रिजर्व पुलिस लाइन जनपद खीरी में व्यक्तिगत तौर पर पेश होकर मौखिक या इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य पेश करें।
प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि लखीमपुर खीरी कांड मामले में दो अभियुक्तों लव कुश और आशीष पांडे को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे और लखीमपुर कांड के मुख्य अभियुक्त आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए शुक्रवार पूर्वाहन 10 बजे लखीमपुर खीरी स्थित अपराध शाखा कार्यालय में बुलाया गया है।
कुमार ने बताया कि लखीमपुर में रविवार को हुई हिंसा के मामले में नामजद अभियुक्त आशीष मिश्रा के अलावा अज्ञात अभियुक्तों में से छह के नाम सामने आए हैं।
इनमें से तीन अभियुक्तों की घटना वाले दिन मौके पर ही मौत हो चुकी है। बाकी चार अभियुक्तों में दो को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि बुधवार को मामले के विवेचक ने फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान वहां मौजूद एक वाहन से 315 बोर के दो कारतूसों के खोखे बरामद हुए हैं।
लखनऊ जोन की पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने बताया कि अगर आशीष पूछताछ के लिए नहीं आते हैं तो इसके लिए विधिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस दौरान लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक एस एन साबत ने पुलिस लाइन का दौरा किया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष पिछली 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले के मुख्य अभियुक्त हैं।
पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने बताया कि वारदात में मारे गए तीन अन्य लोगों की भूमिका के बारे में पहले कुछ भी स्पष्ट नहीं हो रहा था लेकिन दो लोगों से पूछताछ के दौरान चीजें कुछ स्पष्ट हो रही हैं। हालांकि उन्होंने इस बारे में ज्यादा कुछ बताने से मना कर दिया।
इस सवाल पर कि क्या मौका-ए-वारदात पर किसी गाड़ी से खाली कारतूस बरामद हुए हैं, लक्ष्मी ने कहा कुछ सबूत सामने आए हैं और फॉरेंसिक टीम उनकी जांच कर रही है। अपर पुलिस महानिदेशक साबत ने बताया कि मामले की जांच जारी है।
यह पूछे जाने पर कि क्या किसानों तथा पत्रकार के अतिरिक्त मारे गए लोगों तथा गिरफ्तार बताए जा रहे लोगों ने हिंसा भड़काई थी, साबत ने कहा "दुर्घटना के बाद ही चीजें शुरू हुई और जो लोग वाहन चला रहे थे, निश्चित रूप से उनका अपनी अपनी गाड़ी पर नियंत्रण था और वह हादसे के लिए 100 फीसद जिम्मेदार हैं।"
पुलिस की यह कार्रवाई ऐसे वक्त शुरू हुई है जब सुप्रीम कोर्ट ने लखीमपुर खीरी कांड को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए राज्य सरकार से मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी के सिलसिले में शुक्रवार तक स्थिति रिपोर्ट मांगी है।
लखीमपुर खीरी के तिकोनिया इलाके में पिछले रविवार को हुई हिंसा में मारे गए किसानों के अलावा चार अन्य लोगों में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा का वाहन चालक और एक निजी समाचार चैनल का स्थानीय रिपोर्टर रमन कश्यप भी शामिल है। घटना में मृत पत्रकार के पिता के मुताबिक, उनके बेटे की मौत किसानों के आंदोलन की कवरेज के दौरान एक वाहन की टक्कर के कारण हुई है।