मुख्य बिंदु
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रायगढ़ में भारी बारिश के बाद भूस्खलन
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तलाई और साखर सुतार वाड़ी में भूस्खलन
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भूस्खलन में 36 लोगों की मौत
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NDRF की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी
रायगढ़। महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद तटीय रायगढ़ जिले में हुए भूस्खलन में 36 लोगों की मौत हो गई। NDRF की टीम राहत और बचाव काम में लगी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मलबे के नीचे और लोगों के फंसे होने की आशंका है।
रायगढ़ के महाड़ तहसील के तलाई और साखर सुतार वाड़ी गांव में गुरुवार शाम को भूस्खलन हुआ था। महाद तहसील में, पोलादपुर में 22 जुलाई से 23 जुलाई के बीच 305 मिमी बारिश हुई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
कलेक्टर निधि चौधरी ने भूस्खलन में 36 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। इनमें से तलाई में 32 और साखर सुतार वाड़ी में 4 लोग मारे गए। 30 लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम मुंबई से करीब 160 किलोमीटर दूर महाड पहुंच चुकी है और राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गई है। एक अन्य टीम के भी जल्द पहुंचने की संभावना है।
अमित शाह ने जताया दुख : गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश व भूस्खलन के कारण हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और NDRF से बात की है। NDRF की टामें राहत व बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। केंद्र सरकार लोगों की जान बचाने के लिए वहाँ हर सम्भव मदद पहुंचा रही है।
कोंकण में रेल यातायात जल्द होगा बहाल : महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में बारिश का कहर झेल रहे चिपलुन शहर में कोंकण रेलवे (केआर) लाइन पर क्षतिग्रस्त एक पटरी की मरम्मत के बाद रेल यातायात शाम छह बजे तक बहाल हो सकता है।