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Weather Updates: देशभर में मानसून अति सक्रिय, IMD ने जताया अनेक राज्यों में भारी वर्षा का अलर्ट

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, सोमवार, 26 अगस्त 2024 (08:43 IST)
Weather Updates: देशभर में मानसून (Monsoon) काफी सक्रिय है और अनेक राज्यों में तेज से तेज वर्षा हो रही है। मध्यप्रदेश सहित देश के अनेक राज्यों में बाढ़ (flood) आ गई है और इस बाढ़ ने अनेक लोगों और पशुओं के बहने के समाचार लगातार मिल रहे हैं। मौसम की मार से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। गुजरात (Gujarat) से राजस्थान (Rajasthan) तक बारिश का तांडव मचा हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से भारी बारिश संभव है।

 
दिल्ली और एनसीआर का मौसम : मौसम विभाग के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली में अगले 5 दिनों में हल्की से मध्यम बारिश होनी की संभावना है। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में रविवार को बादलों का मंडराना जारी रहा। हवा की तेज गति ने उमसभरी गर्मी से राहत दी। मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार को भी मौसम कमोबेश ऐसा ही मौसम रहेगा। साथ ही हवा भी स्वच्छ बनी रहेगी।

 
देश के कई हिस्सों में मानसून के जारी रहने के बीच आईएमडी ने दिल्ली सहित विभिन्न स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जहां सोमवार को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने मयूरभंज और केंदुझर सहित ओडिशा के पूर्वोत्तर जिलों के साथ-साथ ढेंकनाल, अंगुल, जाजापुर, केंद्रपाड़ा, कटक और जगतसिंहपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
 
गुजरात में भारी बारिश का भी अनुमान : मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक गुजरात में भारी बारिश का भी अनुमान लगाया है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार और रविवार को दक्षिण गुजरात में भारी बारिश के कारण वलसाड और नवसारी जिलों में सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि पिछले 48 घंटों में लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है जिससे सामान्य जनजीवन और यातायात बाधित हुआ है।
 
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अगले 24 घंटे का मौसम : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण और मध्य राजस्थान, पश्चिम मध्यप्रदेश, उत्तरी कोंकण और गोवा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश संभव है। कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है। विदर्भ में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1 या 2 बार भारी बारिश हो सकती है।

 
वहीं पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से भारी बारिश संभव है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, आंध्रप्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।
 
मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन जिले में आज हो सकती है भारी वर्षा :  मध्यप्रदेश में 3 दिनों तक अति भारी बारिश वर्षा की संभावना है।  इंदौर-उज्जैन समेत 7 संभागों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मध्यप्रदेश में शनिवार-रविवार की रात भारी वर्षा हुई। आलीराजपुर के कट्ठीवाड़ा में 205 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार सोमवार को ग्वालियर-चंबल, सागर, भोपाल, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन में भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। वर्षा का सिलसिला अगले 2-3 दिन जारी रहेगा।
 
मध्यप्रदेश में अवदाब का क्षेत्र बन गया है। मानसून द्रोणिका भी प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस वजह से शनिवार-रविवार की रात प्रदेश के अधिकतर शहरों में रुक-रुककर झमाझम वर्षा हुई। सबसे अधिक 205 मिलीमीटर (8 इंच) वर्षा आलीराजपुर के काठीवाड़ा में हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को ग्वालियर-चंबल, सागर, भोपाल, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं अति वर्षा होने के आसार हैं।
 
सोमवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं अति वर्षा होने के भी आसार हैं। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है।
 
मध्यप्रदेश में सीजन में अब तक वर्षा : मध्यप्रदेश में इस सीजन में 1 जून से लेकर 25 अगस्त की सुबह 8.30 बजे तक कुल 823.1 मिमी. (करीब 33 इंच) वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा (727.1 मिमी) की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है। पूर्वी मप्र में अभी तक 888.1 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा (795.5 मिमी.) की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है। पश्चिमी मप्र में अभी तक 773.1 मिमी. वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा (674.6 मिमी.) के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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