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Weather Updates: दिल्ली में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने दी यूपी में वज्रपात की चेतावनी

दिल्ली में बारिश के साथ हो सकती है वीकेंड की शुरुआत

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शनिवार, 27 जुलाई 2024 (09:12 IST)
Weather Updates: मानसून (monsoon) की वजह से देशभर में झमाझम वर्षा का दौर जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली और यूपी में अगले कुछ दिनों तक बारिश का अलर्ट (rain alert) जारी किया है, वहीं राजस्थान में भी आज बारिश होने की संभावना है। अब आप जानिएगा देश के अन्य राज्यों का मौसम।
 
दिल्ली-NCR में अभी बारिश का दौर चल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्लीवासियों का ये वीकेंड भी बारिशमय होने वाला है। IMD के अनुसार आज आसमान में बादल छाए रहेंगे और बिजली चमकने के साथ बरसात भी हो सकती है। वहीं आज दिल्ली का अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रह सकता है।
 
राजस्थान में आगामी 1 सप्ताह सक्रिय रहेगा मानसून : मानसून की सक्रियता से राजस्थान में बारिश का दौर जारी है। बीते 24 घंटे में बांसवाड़ा, बूंदी, भरतपुर जिले में कहीं-कहीं मूसलधार बारिश हुई। मौसम विभाग ने जयपुर में यह जानकारी दी। मौसम केंद्र, जयपुर के अनुसार आगामी 1 सप्ताह मानसून सक्रिय रहने तथा अधिकांश स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है।
 
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार शुक्रवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में करौली, टोंक, सवाई माधोपुर, जयपुर, झालावाड़, कोटा, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, भरतपुर व नागौर जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा तथा बांसवाड़ा, बूंदी, भरतपुर जिले में कहीं-कहीं अति भारी वर्षा दर्ज की गई है।

 
इस दौरान सबसे अधिक बारिश बांसवाड़ा के केसरपुरा में 157 मिलीमीटर दर्ज की गई है, वहीं कुशलगढ़ में 150 मिमी, सलोपत में 138 मिमी, कोटा के कनवास में 129 मिमी, भरतपुर के जनूथर में 125 मिमी, बूंदी के नैनवा में 120 मिमी, भरतपुर के वैर में 119 मिमी और अन्य कुछ स्थानों पर 100 मिमी से 65 मिमी तक बारिश दर्ज की गई।
 
केंद्र के अनुसार शुक्रवार सुबह से शाम 5.30 बजे तक भरतपुर में 35.3 मिमी, वनस्थली में 17 मिमी, चित्तौड़गढ़ में 8 मिमी, डबोक (उदयपुर) में 7.6 मिमी, भीलवाड़ा में 5 मिमी, फतेहपुर में 4.5 मिमी, जयपुर में 3.8 मिमी और बारां के अंता में 2 मिमी बारिश दर्ज की गई। राज्य में कई शहरों में बारिश की वजह से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली। राजधानी जयपुर में सुबह कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर चला और दिनभर बादल छाए रहे।
 
बीकानेर में शुक्रवार को सबसे अधिक अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं जैसलमेर में 39.5 डिग्री, श्रीगंगानगर-संगरिया में 39.3 डिग्री, फलोदी में 39 डिग्री, बाड़मेर में 38.7 डिग्री और अन्य प्रमुख शहरों में 37 डिग्री सेल्सियस से लेकर 29.4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, वहीं राज्य के अधिकांश हिस्सों में बीती रात का तापमान 31 डिग्री सेल्सियस से लेकर 22 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
 
मौसम केंद्र के मुताबिक शुक्रवार को उत्तरी बंगाल की खाड़ी व बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल तट पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून 'ट्रफ लाइन' अपने सामान्य अवस्था में है। उपरोक्त तंत्र के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के अनेक स्थानों पर आगामी 1 सप्ताह मानसून सक्रिय रहने तथा अधिकांश स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
 
इस दौरान कोटा, उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी व एक 2 स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना है। भरतपुर, जयपुर, अजमेर, बीकानेर व जोधपुर संभाग के भी कुछ भागों में मध्यम व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम केंद्र के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग के अनेक स्थानों पर 29 से 31 जुलाई के दौरान बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने तथा अनेक स्थानों पर हल्के से मध्यम व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है।

 
उत्तराखंड में मदमहेश्वर में पुल बहने के बाद 106 लोगों को बचाया : उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार को भी बारिश जारी रही जिससे गंगा और यमुना सहित अनेक नदियां और नाले उफान पर आ गए जबकि मदमहेश्वर में एक पैदल पुल के बारिश में बह जाने के बाद वहां फंस गए 106 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
अधिकारियों ने देहरादून में बताया कि लगातार बारिश होने से हरिद्वार जिले में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसे देखते हुए नदी किनारे बनी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है। भारी बारिश से रुदप्रयाग जिले में करीब 11 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित मदमहेश्वर के पैदल रास्ते पर गोंडार में एक पुल बह गया जिससे वहां 100 से ज्यादा पर्यटक फंस गए।
 
राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) से मिली जानकारी के अनुसार सूचना मिलने पर हेलीकॉप्टर की मदद से वहां फंसी 5 महिलाओं समेत 106 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री धाम के पास जानकीचट्टी में अत्यधिक बारिश होने से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया जिससे यमुनोत्री मंदिर परिसर में स्थित मंदिर समिति के कार्यालय और रसोई को भी नुकसान पहुंचा। नदी का पानी जानकीचट्टी के पार्किंग क्षेत्र में भी आ गया जिसमें कुछ दोपहिया वाहन बह गए।
 
एसडीआरएफ और पुलिस द्वारा नदी के आसपास के इलाकों को सुरक्षा की द्रष्टि से खाली करा लिया गया है। बड़कोट के उपजिलाधिकारी मुकेश चंद्र रमोला ने बताया कि नदी के पानी से जनहानि नहीं हुई लेकिन परिसंपत्तियों को नुकसान हुआ जिसका जल्द ही जायजा लिया जाएगा।
 
उत्तरकाशी जिले में ही गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भटवाड़ी से आगे थिरांग के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने से यातायात बाधित हो गया। भूस्खलन के कारण मलबे में एक मोटरसाइकल भी दब गई हालांकि मोटरसाइकल सवार घटना में सुरक्षित बच गया।

 
टिहरी में भिलंगना क्षेत्र के बूढ़ाकेदार में जखाना, तोली और गेन्बाली गांवों में गुरुवार रात भारी बारिश हुई जिससे बालगंगा नदी में उफान आ गया और ग्रामीणों के खेत, पुल तथा संपर्क मार्ग नदी के पानी से क्षतिग्रस्त हो गए। सड़क किनारे बसे गांवों के कई मकानों और दुकानों में भी नदी का पानी घुस गया। ग्रामीणों का कहना है कि वे समय रहते घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर आ गए अन्यथा जनहानि भी हो सकती थी।
 
बारिश से तबाही की सूचना मिलने के बाद तड़के नायब तहसीलदार बिरम सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया। टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लोगों को नदी किनारे जाने से रोका जाए। उधर लगातार बारिश से हरिद्वार में गंगा नदी उफान पर है और भीमगोड़ा बैराज पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
 
उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर बनाए हुए है, वहीं नदी किनारे की बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। गंगा कैनाल हेडवर्क्स के एसडीओ अनिल निमेष ने बताया कि हरिद्वार में गंगा 293 मीटर के खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
 
देहरादून जिले में बादलों की गर्जन और बिजली के चमकने के साथ भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी जिले के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाने के आदेश दिए गए हैं। जिलाधिकारी सोनिका ने भारी बारिश के 'ऑरेंज अलर्ट' के मद्देनजर एहतियातन शनिवार को कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाने का आदेश दिया है। शुक्रवार को भी जिलेभर में स्कूल बंद रहे।
 
ओडिशा में अगले 4 दिनों में भारी बारिश की संभावना : उत्तरी बंगाल की खाड़ी और उससे लगे बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों और गंगीय पश्चिम बंगाल में एक महीने में तीसरी बार निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से अगले 4 दिनों तक ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने भुवनेश्वर में शुक्रवार को यह जानकारी दी।

 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि शनिवार सुबह 8.30 बजे से पहले इसके प्रभाव से भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, ढेंकनाल, अंगुल, क्योंझर, संबलपुर, देवगढ़, बारगढ़, बालासोर, मयूरभंज, सुंदरगढ़, जाजपुर, झारसुगुड़ा, पुरी, खोरधा, नयागढ़ बौध, सोनपुर, बोलांगीर, नुआपाड़ा, नबरंगपुर और मलकानगिरि जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
 
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त कंधमाल, कटक, सोनपुर, बरगढ़, बोलनगीर, कालाहांडी, नुआपाड़ा, नबरंगपुर, कोरापुट और नयागढ़ जिलों में भारी बारिश की आशंका है। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई तक कई जिलों में यह स्थिति जारी रहने की आशंका है। मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 जुलाई तक ओडिशा तट के आसपास समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी है।
 
आईएमडी के पूर्वानुमान के मद्देनजर विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यव्रत साहू ने 13 जिलों के जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है, क्योंकि उत्तरी ओडिशा में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अलर्ट के तहत आने वाले जिलों में मयूरभंज, बालासोर, क्योंझर, सुंदरगढ़, भद्रक, केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, जाजपुर, ढेंकनाल और अंगुल शामिल हैं।
 
गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। मानसून की द्रोणिका समुद्र तल से अब श्रीगंगानगर, हिसार, आगरा, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, दीघा से होकर पूर्व की ओर दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व पश्चिम बंगाल की ओर जा रही है।
 
असम और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। भारतीय क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 से 7.6 किलोमीटर ऊपर 22 डिग्री उत्तर में कतरनी क्षेत्र बना हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण गुजरात और उत्तरी केरल तट के साथ समुद्र तल से अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है।
 
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल: पिछले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र में मध्यम से भारी बारिश हुई। पूर्वी राजस्थान, पूर्वी गुजरात, मध्यप्रदेश, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
 
सिक्किम, असम, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दिल्ली, उत्तर और मध्य राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, तटीय आंध्रप्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की बारिश हुई।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शनिवार, 27 जुलाई को कोंकण और गोवा, विदर्भ और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है। ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, दक्षिण गुजरात और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
 
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, तेलंगाना, गुजरात और राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में मध्यम से मध्यम बारिश संभव है। लद्दाख, सौराष्ट्र और कच्छ, आंतरिक कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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