STF raided Subharti University : सीएसआईआर नेट यानी काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च की परीक्षा में सेंधमारी की सूचना मिलते ही परीक्षार्थियों के दिल की धड़कन बढ़ गई। मेरठ सुभारती विश्वविद्यालय में नेट की ऑनलाइन प्रथम पाली परीक्षा चल रही थी। अचानक से एसटीएफ ने सुभारती विश्वविद्यालय में छापेमारी करते हुए 3 लोगों को परीक्षा के दौरान हिरासत में लिया है।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि छात्रों को कम्प्यूटर स्क्रीन शेयरिंग के जरिए बाहर बैठे लोग पेपर सॉल्व करवा रहे हैं। छापेमारी के दौरान सर्वर का एक्सिस पेन ड्राइव के जरिए बाहर दिया गया, जिसके चलते नकल हो रही थी। एसटीएफ की टीम को सर्वर रूम से दो लैपटॉप में एनीडेस्क रिमोट एक्सेस टूल मिला है, जिसके बाद तीन कर्मचारियों को एसटीएफ ने हिरासत में लिया है। जिसमें से एक सुभारती विश्वविद्यालय का कर्मचारी है। नेट की यह परीक्षा 25, 26 और 27 जुलाई में है, जिसमें नेट परीक्षा का आज दूसरा दिन था और उस दौरान छापेमारी की गई।
नेट परीक्षा के प्रथम पाली परीक्षा संपन्न होने के बाद एसटीएफ ने पुराने सर्वर को अपने कब्जे में लेकर नए सर्वर से अपनी निगरानी में परीक्षा का संचालन करवाया। इस मामले में सुभारती विश्वविद्यालय के कुल सचिव सैयद जफर हुसैन का कहना है कि हमने टीसीएस संस्था को बिल्डिंग का कुछ हिस्सा किराए पर दे रखा था। इस परीक्षा से विश्वविद्यालय का कोई लेना-देना नहीं है।
वहीं डीएम के आदेश पर 26 जुलाई से 2 अगस्त तक कावड़ यात्रा के चलते यूनिवर्सिटी में छुट्टियां हैं, ऐसे में कोई कर्मचारी, शिक्षक यूनिवर्सिटी में काम पर नहीं था। सुभारती विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने बताया कि नेट परीक्षा के आयोजन से सुभारती विश्वविद्यालय प्रबंधन का कोई लेना-देना नहीं है। सुभारती विश्वविद्यालय को यह परीक्षा आयोजित करने का दायित्व नहीं दिया गया था और न ही सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा इस परीक्षा को आयोजित कराया गया है।
लेकिन प्रश्न उठता है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन नकल कराने से अपना पल्ला झाड़ रहा कि उनका कोई लेना-देना नहीं है, विश्वविद्यालय का कोई व्यक्ति परीक्षा संचालन से जुड़ा हुआ है। ऐसे में नेट परीक्षा में सुभारती का कर्मचारी अरुण नेट परीक्षा के दौरान मौजूद था, वह वहां कैसे पहुंचा था, जिसके चलते विश्वविद्यालय पर अंगुली उठना स्वाभाविक है।
इस पर कुल सचिव ने कहा कि वह इसकी जांच करवाएंगे कि अरुण वहां कैसे पहुंचा और उसकी क्या भूमिका थी? विश्वविद्यालय प्रबंधन टीसीएस संस्था के अवैध कार्य पर एक्शन लेगा और एसटीएफ की जांच में निष्पक्ष रूप से सहयोग करेगा। फिलहाल एसटीएफ नेट परीक्षा सेंधमारी के लिए अरुण, अंकुर और विनीत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, वहीं यह भी कहा जा रहा है कि यह तो छोटी मछली है, नकल करवाने वाले गैंग के हाथ दूर तक फैले हुए हैं।