Weather Updates: भादौ (Bhado) माह में मानसून (Monsoon) काफी सक्रिय है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुसार सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर बने गहरे दबाव का क्षेत्र 30 अगस्त को पूर्वी अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। इसकी वजह से 31 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में 30 से 4 सितंबर के दौरान भारी बारिश (heavy rain) होने का अनुमान है। दूसरी ओर दिल्ली में भारी बारिश हुई है और गुजरात के वडोदरा में वर्षा बंद होने के बाद पानी उतरने लगा है।
दिल्ली में गुरुवार को हुई भारी बारिश : दिल्ली (Delhi) में गुरुवार को भारी बारिश (heavy rains) के बाद अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री कम 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को दर्ज किया गया अधिकतम तापमान पिछले 4 वर्षों में अगस्त का सबसे कम तापमान रहा।
बुधवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग स्थित वेधशाला ने सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में 77.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की। आईएमडी ने बताया कि लोधी रोड स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने 92.2 मिमी बारिश दर्ज की जबकि रिज में 18.2 मिमी, पालम में 54.5 मिमी और आयानगर में इसी अवधि के दौरान 62.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
आईएमडी के मापदंडों के अनुसार 2.50 से 15.5 मिमी बारिश को हल्की वर्षा, 15.6 से 64.4 मिमी को मध्यम वर्षा, 64.5 से 115.5 मिमी को भारी वर्षा, 115.6 से 204.4 मिमी को बहुत भारी वर्षा और 204.5 मिमी से अधिक को अत्यंत भारी वर्षा माना जाता है। अगस्त में अब तक दिल्ली में 378.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो शहर में बीते 12 वर्षों में सर्वाधिक बारिश है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जलभराव के बारे में 60 शिकायतें मिली हैं। नजफगढ़ और मुंडका इलाकों में पानी निकालने का काम अभी भी जारी है। आईएमडी ने शुक्रवार से आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है। शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 और 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
गुजरात के वडोदरा में स्थिति हो रही सामान्य : गुजरात के वडोदरा (Vadodara) में भारी बारिश के कारण विश्वामित्री नदी के उफान पर होने से कई इलाकों में बाढ़ आ गई थी, लेकिन अब शहर के अधिकांश हिस्सों से पानी कम हो रहा है और लोग आसानी से आवागमन कर सकते हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्री नदी अपने उच्चतम स्तर 37 फुट (जो कि खतरे के निशान से 12 फुट ऊपर है) पर बह रही थी, लेकिन अब यह 31 फुट पर बह रही है। गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने वर्तमान स्थिति और जारी राहत कार्यों की समीक्षा के लिए शहर का दौरा किया, क्योंकि कुछ इलाकों में अभी भी जलभराव है और बिजली आपूर्ति बाधित है।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले 4 दिनों में गुजरात में बारिश से संबंधित घटनाओं में 26 लोगों की मौत हो गई जबकि राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के बीच बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 17,800 लोगों को निकाला गया।
फरीदाबाद में भारी बारिश के कारण दो मंजिला मकान ढहा : हरियाणा में फरीदाबाद (Faridabad) के बल्लभगढ़ में भारी बारिश के कारण गुरुवार को दो मंजिला एक मकान ढह गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार बारिश के पानी के रिसाव के कारण जगने के बाद घर के लोगों ने घर के चारों ओर दरारें देखीं। उन्होंने तुरंत घर खाली कर दिया जिससे वे बच गए। पुलिस ने बताया कि गुरुवार सुबह इलाके में भारी बारिश हुई।
गांव के सरपंच सूरजपाल उर्फ भूरा ने बताया कि परिवार गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी में आता है और पेशे से मजदूर है। तिगांव के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी अजीत सिंह ने कहा कि वे शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई बीपीएल परिवार है तो उसे प्रधानमंत्री आवास योजना में शामिल किया जाएगा तथा मदद का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा।
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार सौराष्ट्र और कच्छ पर बना गहरा दबाव पिछले 8 से 10 घंटों से लगभग स्थिर है। इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में बढ़ने और 30 अगस्त की सुबह तक कच्छ और उससे सटे सौराष्ट्र और पाकिस्तान तट और उत्तर-पूर्व अरब सागर में उभरने की संभावना है।
पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी और उसके आस-पास के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुक रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके प्रभाव में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। अगले 2 दिनों के दौरान इसके दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्रप्रदेश तट के करीब पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की उम्मीद है।
दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से पूर्व-पश्चिम गर्त बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग पर चक्रवाती परिसंचरण तक फैला हुआ है, जो समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर तक है।
समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका अब सौराष्ट्र और कच्छ, शिवपुरी, सिद्धि, जमशेदपुर, कोंटाई और फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य भाग में गहरे अवदाब के केंद्र से होकर गुजर रही है। दक्षिण गुजरात से मध्य केरल तट तक समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ बनी हुई है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी वर्षा हुई।
उत्तरी पंजाब, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश में मध्यम से भारी वर्षा हुई। तटीय आंध्रप्रदेश, पूर्वी मध्यप्रदेश, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और केरल में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई।
पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात क्षेत्र, गोवा, तटीय कर्नाटक और विदर्भ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई। राजस्थान, मध्यप्रदेश के पश्चिमी और मध्य भागों, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तटीय आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, आंतरिक कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और लक्षद्वीप में हल्की वर्षा हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शुक्रवार, 30 अगस्त को अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात के पश्चिमी जिलों में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है।
तटीय कर्नाटक, केरल के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, पूर्वी मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, विदर्भ, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और गंगा के मैदानी इलाकों, पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, मराठवाड़ा, पश्चिमी राजस्थान और पूर्वी उत्तरप्रदेश में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta