Weather Updates: दिल्ली की आबोहवा (climate of Delhi) काफी जहरीली हो चुकी है। लेकिन दिल्लीवासियों को जहरीली हवाओं और बढ़ते प्रदूषण (pollution) की मार से बहुत जल्द ही राहत मिल सकती है। मौसम विभाग (IMD) ने हर रोज गंभीर होते एक्यूआई के बीच ने थोड़ी राहत की खबर दी है। दूसरी ओर आईएमडी ने कुछ राज्यों में वर्षा की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते हवा की गति में तेजी आने वाली है जिसके चलते प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है। हवा में प्रदूषक तत्वों में कमी होने के चलते लोगों को जहरीली हवा से राहत मिल सकती है। वहीं पहाड़ी इलाकों में इस वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते बर्फबारी का भी सिलसिला शुरू होगा जिसके कारण मैदानी इलाकों में भी तापमान घटेगा।
मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक 9 नवंबर को भी दिल्ली में कुछ जगहों पर बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है, वहीं यूपी-बिहार में अभी भी मौसम शुष्क बना हुआ है। उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में सुबह के समय हल्का कोहरा भी देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 10 नवंबर तक यूपी में मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है।
एक चक्रवाती परिसंचरण तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों पर समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है और पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर 8 नवंबर तक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में है।
एक ट्रफ रेखा दक्षिण पूर्व अरब सागर से लेकर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण आंध्रप्रदेश तट केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और आंध्रप्रदेश से होकर गुजर रही है।
तमिलनाडु, केरल और दक्षिणी कर्नाटक में भारी बारिश की संभावना : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज बुधवार को तमिलनाडु, केरल और दक्षिणी कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है। लक्षद्वीप और आंध्रप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, गोवा, दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और, जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश संभव है। दिल्ली और एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक अगले 3 दिनों तक गंभीर श्रेणी में रहेगा। उम्मीद है कि उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवाओं की गति बढ़ेगी जिससे वायु प्रदूषण से कुछ राहत मिलेगी।
Edited by: Ravindra Gupta