Arvind Kejriwal news in hindi : आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में जनमत संग्रह कर पूछेगी कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तारी की स्थिति में क्या मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल से सरकार चलानी चाहिए।
आप पार्षदों के साथ केजरीवाल की हुई बैठक में जनमत संग्रह का फैसला लिया गया। हालांकि, पार्टी ने जनमत संग्रह की किसी तारीख की घोषणा नहीं की।
ईडी ने केजरीवाल को कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए पिछले सप्ताह बुलाया था लेकिन वह समन को राजनीति से प्रेरित बताकर पेश नहीं हुए थे।
आप विधायक और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) मामलों के प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि आप ने दिल्ली में भाजपा को खत्म कर दिया और अब वह केजरीवाल को फर्जी मामले में जेल भेजने की साजिश रच रही है तथा सोचती है कि उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से आप खत्म हो जाएगी।
उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी जहां-जहां चुनाव लड़ रही है, वहां-वहां भाजपा का सफाया हो रहा है। अब उसे समझ में आ गया है कि एकमात्र रास्ता यही है कि आप नेताओं को फर्जी मामले में जेल भेज दिया जाए और उन्हें बाहर नहीं आने दिया जाए।
पाठक ने कहा कि मंगलवार को डेढ़ घंटे तक चली बैठक के दौरान सभी आप पार्षदों ने सर्वसम्मति से केजरीवाल से आग्रह किया कि वे इस्तीफा देने के बारे में न सोचें, भले ही मोदी जी उन्हें गिरफ्तार करवा दें और वह साजिशों का पर्दाफाश करने के लिए जेल से सरकार चलाएं।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पार्षदों की बात सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि वह पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से परामर्श करने के बाद अंतिम निर्णय लेंगे।
पाठक ने कहा कि यह निर्णय लिया गया कि आप दिल्ली में जनमत संग्रह कराएगी और हर घर जाकर लोगों से पूछेगी कि क्या ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने की स्थिति में केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए या जेल से सरकार चलाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह जनमत संग्रह सार्वजनिक बैठकों के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों में भी किया जाएगा।
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को इस साल फरवरी में दिल्ली आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उनकी जमानत अर्जी हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दी थी। आप सांसद संजय सिंह को पिछले महीने ईडी ने घोटाले की धनशोधन जांच के सिलसिले में उनके आवास पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था। (भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta