मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के एक ही दिन में तीन संदिग्ध मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। शुक्रवार को राजधानी भोपाल एक और इंदौर में दो संदिग्ध मामले सामने आए। भोपाल में वुहान से लौटे छात्र जब इलाज के लिए एम्स अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों की शुरुआती जांच में उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले है।
कोरोना के शुरुआती लक्षण मिलने के बाद संदिग्ध को इलाज के एम्स के मेडिसिन विभाग के आईसोलेसन वार्ड में रखा गया है। संदिग्ध के सैंपल को जांच के लिए पुणे जांच के लिए भेज दिया गया।
वहीं शुक्रवार को प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में भी कोरोना के दो संदिग्ध मामले सामने आए है। दोनों संदिग्धों को इलाज के लिए एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इंदौर कलेक्टर ने दोनों मामले के जांच के लिए एक्सपर्ट डॉक्टरों की एक टीम बनाई है।
एमवाय अस्पताल में आए दो संदिग्ध मरीजों में एक संदिग्ध खरगोन का 21 साल का युवक है, जो हाल नें चीन के निनचैंग से लौटा है,वहीं दूसरा संदिग्ध केस इंदौर की है एक 22 साल छात्रा है जो हाल में ही वुहान चीन से आई है। दोनों संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए एनआईबीएम पुणे भेजे जा रहे है।
वहीं मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के तीन छात्रों के चीन में फंसे होने और उनके सरकार से मदद मांगने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर उनकी मदद का आश्वासन दिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने इन छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रदेश के नागरिक कोरोना वाइरस के संक्रमण को लेकर चिंतित न हो। उन्होंने प्रदेश के सभी अस्पतालों में इसको लेकर विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए है।