Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के रहस्य को सुलझाने में जुटी SIT और CBI, लगातार संपर्क में रहे शख्स की हरिद्वार में खोज

Advertiesment
हमें फॉलो करें महंत नरेंद्र गिरि की मौत के रहस्य को सुलझाने में जुटी SIT और CBI, लगातार संपर्क में रहे शख्स की हरिद्वार में खोज

निष्ठा पांडे

, रविवार, 26 सितम्बर 2021 (22:51 IST)
हरिद्वार। नरेंद्र गिरि के सम्पर्क में हरिद्वार का आखिर वह व्यक्ति कौन था जिसने उनको यह बताया कि आनंद गिरि उनको बदनाम करने के लिए कोई एडिट फोटो वायरल कर सकता है। हरिद्वार के आश्रम से इस सिलसिले में गिरफ्तार आनंद गिरि के लैपटॉप से यूपी एसआईटी को कुछ वीडियो और फोटो मिले हैं।

एसआईटी को उनके फोन से डिलीट डाटा रिकवर होने से भी कई सवालों के जवाब मिलने की उम्मीद है। महंत नरेंद्र गिरि की मौत के रहस्य सुलझाने में एसआईटी और सीबीआई लगी हुई है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, दोनों एजेंसियों की हरिद्वार के 2 बिल्डर और कुछ ऐसे लोगों पर भी इन एजेंसियों की नजर है जिनकी नरेंद्र गिरी से उस दिन बात हुई थी जिस दिन वे लटके मिले।

जांच एजेंसियां इस सवाल का जवाब तलाशने में लगी हैं कि नरेंद्र गिरि के लगातार संपर्क में रहने वाला हरिद्वार का वह व्यक्ति कौन था, जिसने उनको यह बताया कि आनन्द गिरि उनको बदनाम करने की योजना बना चुका है। जिसका जिक्र नरेंद्र गिरि के कथित सुसाइड नोट में भी है।

सुसाइड नोट में उल्लेख है कि हरिद्वार से आनंद गिरि एक महिला के साथ उनका फोटो एक-दो दिन में वायरल कर देगा। सूत्रों के मुताबिक वही व्यक्ति महंत नरेंद्र गिरि को आनंद गिरि की पल-पल की जानकारी साझा कर रहा था। एजेंसी यह भी खंगालने में जुटी है कि इस व्यक्ति को नरेंद्र गिरि को ऐसी सूचना साझा करने के पीछे क्या मंसूबा रहा था।
 
जहां नरेंद्र गिरी की मौत रहस्य बनी है वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में नए अध्यक्ष चुनने की भी कवायद तेज हो गई है। कहा गया है कि 5 अक्टूबर को नरेंद्र गिरि की षोडशी के बाद सभी 13 अखाड़ों की एक बैठक होगी। इसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर चर्चा हो सकती है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने यह जानकारी हरिद्वार में दी।

देवेंद्र सिंह ने कहा कि नरेंद्र गिरि की मृत्यु की सूचना मिलते ही वे आधे घंटे बाद ही प्रयागराज पहुंच गए थे। जैसे ही वे प्रयागराज बाघम्बरी पीठ पहुंचे उन्होंने नरेंद्र गिरि को कमरे में नीचे लेटा हुआ पाया। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के बाद उनका यह विश्वास है कि जल्दी ही नरेंद्र गिरि के हत्यारों का पता लग जाएगा। उन्होंने नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट को फर्जी बताया।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Cyclone Gulab : आंध्रप्रदेश में दिख रहा चक्रवात गुलाब का असर, 2 मछुआरों की मौत, 1 लापता, कई जगह बारिश