महराष्ट्र में नई सरकार बनने का रास्ता अब लगभग साफ हो गया है। बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस और एनसीपी के बड़े नेताओं की बैठक के बाद महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सहमति लगभग बन गई है।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने एलान किया कि वह जल्द ही महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर स्थिर सरकार बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी दोनों ही पार्टियों में सरकार गठन को लेकर कई मुद्दों पर सहमति बन गई है और अब शिवसेना के नेताओं के साथ बात कर इसका औपचारिक एलान भी कर दिया जाएगा।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर आज दिल्ली में कांग्रेस और एनसीपी नेताओं की फिर बड़ी बैठक होगी। जिसमें सरकार गठन को लेकर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर आखिरी चर्चा होगी।
गठबंधन पर अंतिम सहमति बनने के बाद कांग्रेस और एनसीपी नेता मुंबई जाएंगे जिसके बाद शुक्रवार को बड़ा एलान हो सकता है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी माथापच्ची पर पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि तीन दलों की सरकार बनाना कोई आसान काम नहीं है और दोनों ही पार्टियां चाहती है कि महाराष्ट्र में एक स्थिर और 5 साल चलने वाली सरकार बने इसके लिए सभी मुद्दों पर पहले से ही चर्चा कर ली जाए।
महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन की सरकार बनाने के लिए 50-50 के फॉर्मूले पर सहमति बनने की खबरें आ रही है जिसमें मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना और एनसीपी के बीच ढाई - ढाई साल पर सहमति बनी है वहीं डिप्टी सीएम पद कांग्रेस के खाते में जा सकता है।
सरकार बनाने की तैयारी में शिवेसना - कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन की हरी झंडी मिलने के बीच शिवसेना ने शुक्रवार को विधायकों की एक बड़ी बैठक बुलाई है। बैठक में आने वाले विधायकों से पहचना पत्र और चार से पांच दिन के कपड़े लाने के पार्टी के आदेश के बाद यह कयास लगाए जा रहे है कि शुक्रवार को गठबंधन के नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश कर सकते है।
शिवसेना इस तैयारी में है कि अगर राज्यपाल को संख्या बल को लेकर आश्वस्त भी कराना पड़े तो उसको ऐन वक्त पर परेशानी का सामना न करना पड़े। शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने का काम शुरु हो गया है और आने वाले 4 से 5 दिनों में सरकार बन जाएगी।