मुंबई/ठाणे। महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण सीट से लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे के कार्यालय पर पथराव करने के आरोप में ठाणे जिले में शनिवार को शिवसेना के कम से कम 5 समर्थकों को हिरासत में लिया गया।
यह घटना सांसद के उल्हासनगर स्थित गोल मैदान कार्यालय में दोपहर 1 बजे हुई और इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में कुछ लोगों को श्रीकांत शिंदे के उल्हासनगर कार्यालय पर पथराव करते और एक बोर्ड को नुकसान पहुंचाते हुए देखा गया तथा वे उद्धव ठाकरे के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। वीडियो में 4 पुलिसकर्मी 8 से 10 लोगों के समूह का पीछा करते हुए देखे जा सकते हैं।
उल्हासनगर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के लिए जिम्मेदार शिवसेना के पांच समर्थकों को हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच जारी है। इसके अलावा नवी मुंबई में एकनाथ शिंदे के पोस्टर पर कालिख पोत दी गई। नागपुर और नासिक से भी इसी तरह की घटनाओं की सूचना मिली है।
इस बीच, मुंबई के कुर्ला इलाके के नेहरूनगर में विधायक मंगेश कुडालकर के कार्यालय में लगे बोर्ड से तोड़फोड़ करने के आरोप में शिवसेना के कुछ पदाधिकारियों सहित कम से कम 20 समर्थकों को शुक्रवार को हिरासत में लिया गया। मुंबई पुलिस के अधिकारी ने कहा कि बाद में उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
नागपुर में बैनर को हटाया : महाराष्ट्र में युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को प्रदेश के नागपुर शहर में शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे का एक विशाल बैनर हटा दिया। इस दौरान युवा सेना कार्यकर्ताओं ने महल क्षेत्र के गांधी पुतला चौक पर लगे शिंदे के इस विशाल बैनर को फाड़ दिया।
युवा सेना के नागपुर जिलाध्यक्ष विक्रम राठौड़ ने शिंदे के समर्थकों से शहर में उनका कोई बैनर नहीं लगाने को कहा। महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री शिंदे और शिवसेना के अधिकतर विधायकों ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी है और वे गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने मांग की है कि शिवसेना को 'अप्राकृतिक' महाविकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन से बाहर निकलना चाहिए।
पुणे-नांदेड़ में तोड़फोड़ : पुणे, ओस्मानाबाद और नांदेड़ में शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को अपनी पार्टी के बागी विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया तथा उनके कार्यालयों में घुसकर तोड़ फोड़ तक की।
ओस्मानाबाद में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने आज पार्टी के बागी विधायक तानाजी सावंत के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जो असम के गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे की शिविर में शामिल हो गए हैं।
उस्मानाबाद सेना के सांसद ओमप्रकाश निंबालकर और शिवसेना के स्थानीय विधायक कैलाश पाटिल के नेतृत्व में शिवसेना कार्यकर्ताओं का एक समूह सावंत के कार्यालय के सामने जमा हो गए और पार्टी से बगावत कर शिंदे के खेमे में शामिल होने के लिए उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। शिवसेना के एक अन्य विधायक ध्यानराज चौगुले के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि सावंत परंदा विधानसभा क्षेत्र से और चौगुले जिले के ओमरगा विधानसभा क्षेत्र से हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले राज्य मंत्रालय में मंत्री का पद दिए जाने के बावजूद सावंत एक गद्दार निकले, जिसे शिवसैनिक बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि वे सावंत को उनके निर्वाचन क्षेत्र में नहीं आने देंगे।
इससे पहले पुणे में भी सुबह शिवसेना के बागी विधायक तानाजी सावंत के कार्यालय में करीब 100 शिवसैनिकों ने तोड़फोड़ की। लगभग 100 शिवसैनिक व्यस्त कटराज चौक पर सावंत प्लाजा में एकत्र हुए जहां शिवसेना विधायक तानाजी सावंत का चीनी कारखाना और कॉलेज है।
शिवसेना पार्षद विशाल धनवाड़े और अन्य के नेतृत्व में नाराज शिवसैनिकों ने विधायक सावंत के खिलाफ नारे लगाकर कार्यालय के पूरे फर्नीचर और कांच की खिड़कियों को क्षतिग्रस्त कर दिया सावंत तू गद्दार है, हम शिव सैनिक हैं।
पुणे के शिवसैनिक उस समय नाराज हो गए जब सावंत एकनाथ शिंदे समूह में शामिल हो गए,जो वर्तमान में गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। इस बीच, नांदेड में भी इस तरह का एक विरोध प्रदर्शन हुआ जहां भुजंग पाटिल के नेतृत्व में आक्रोशित शिवसेना कार्यकर्ता विद्रोही खेमे में शामिल हुए नांदेड़ उत्तर विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना विधायक बालाजी कल्याणकर के कार्यालय में घुस गए। इन शिवसेना कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।