मुंबई। मालेगांव में 2008 में हुए विस्फोट के मामले में आरोपी भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर सोमवार को एनआईए की विशेष अदालत में पेश हुईं।
पूरी सुनवाई के दौरान ठाकुर अदालत कक्ष के अंत में आरोपियों के लिए बने कटघरे में बैठी रहीं। मामले के चार अन्य सह-आरोपी भी उनके साथ मौजूद थे। विशेष न्यायाधीश पीआर सित्रे ने 19 दिसंबर, 2020 को ठाकुर को अदालत के समक्ष पेश होने का अंतिम मौका दिया था। उन्होंने पिछले महीने ठाकुर के दो बार अदालत में पेश नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की थी।
इससे पहले 2019 में अदालत ने कहा था कि इस मामले के सभी आरोपी सप्ताह में कम से कम एक बार उसके समक्ष पेश हों। सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं।
सोमवार को ठाकुर और चार अन्य आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, समीर कुलकर्णी, रमेश उपाध्याय और सुधाकर चतुर्वेदी अदालत के समक्ष उपस्थित हुए। दो अन्य आरोपी अजय राहिरकर और सुधाकर द्विवेदी सुनवाई से अनुपस्थित रहे। मामले का एक गवाह भी अदालत में मौजूद था, लेकिन आरोपी द्विवेदी के वकील की अनुपस्थिति के कारण उसके साथ जिरह नहीं हो सकी।
अदालत ने मामले की अगली सुनवाई कल, मंगलवार के लिए तय की है। कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद पिछले साल मार्च में मामले में सुनवाई रुक गई थी। पिछले महीने एनआईए की विशेष अदालत ने सुनवाई फिर शुरू की। अभी तक कुल 400 गवाहों में से करीब 140 से जिरह हो चुकी है।