नई दिल्ली। दबाव में चल रहे अरबपति सिहं बंधु मलविंदर व शिविंदर सिंह ने गुरुवार को अपने शेयरधारकों को आश्वास्त किया कि वे कहीं नहीं जा रहे हैं। इनका यह बयान फोर्टिस हेल्थकेयर व रेलीगेयर इंटरप्राइजेज में कथित अनियमितताओं की जांच शुरू होने तथा 3,500 करोड़ रुपए की देनदारी मामले में अदालत का फैसला दाइची सांक्यो के पक्ष में आने के बीच आया है।
सिंह बंधुओं ने इसी महीने फोर्टिस व रेलीगेयर के निदेशक मंडलों से इस्तीफा दे दिया था। इन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा है, मौजूदा हालात तथा तात्कालिक चुनौतियों को देखते हुए, हम अपने सभी शेयरधारकों को आश्वस्त करते हैं कि हम मुद्दों को सुलझाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं।
हम अपनी मौजूदा जिम्मेदारियों से भाग नहीं रहे हैं। इस बयान में कहा गया है, हम आश्वस्त करते हैं कि हम कहीं नहीं जा रहे और मुद्दों को पूरी जिम्मेदारी तथा गंभीरता से निपटा रहे हैं। हम उस किसी भी प्रक्रिया, प्रश्न, स्पष्टीकरण से बच नहीं रहे हैं, जिसका जवाब दिया जाना चाहिए।
हम पूरा सहयोग करेंगे, ताकि सच्चाई समने आ सके। यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि पीएनबी में 11400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोपी अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी व मेहुल चौकसी देश से भाग गए हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने जापानी दवा कंपनी दाइची सानकयो के पक्ष में जारी 3500 करोड़ रुपए के अंतरराष्ट्रीय पंचाट निर्णय को 31 जनवरी को सही ठहराया था। ऐसी खबरें हैं कि फोर्टिस व रेलीगेयर में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने शुरू की है। (भाषा)