नई दिल्ली। उच्चतम न्यायलय ने फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रमोटर मलविंदर सिंह और शिवेंद्र सिंह को अपने शेयर बेचने पर गुरुवार को रोक लगा दी। शीर्ष अदालत ने कहा कि दोनों बंधु अपनी संपत्ति नहीं बेच सकते हैं। मामले की अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को होगी।
न्यायालय ने जापानी दवा कंपनी की याचिका पर सुनवाई करते हुए यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि दोनों बंधु अपनी संपत्ति नहीं बेच सकते हैं। मामले की अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को होगी। पिछले हफ्ते निवेशक राकेश झुनझुनवाला की पत्नी रेखा झुनझुनवाला ने एक बल्क डील के तहत फोर्टिस हेल्थकेयर में 4.5 मिलियन शेयर यानि 0.9 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है।
जापानी दवा निर्माता कंपनी दायची सैंक्यो ने न्यायालय में याचिका दायर कर मांग की थी कि फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रमोटर्स को अपने शेयर बेचने से रोका जाए। दायची का रैनबैक्सी कंपनी के पूर्व प्रमोटर्स मलविंदर और शिवेंद्र सिंह से 3500 करोड़ रुपए की रिकवरी का विवाद है। दायची ने 2008 में रैनबैक्सी को खरीदा था और 2005 में सन फार्मास्युटिकल के साथ विलय कर लिया था। (वार्ता)