Manipur: पिछली कई महीनों से मणिपुर में सुलग रही आग अब तक बुझी नहीं है। यहां लगातार हिंसा हो रही है। हाल ही में करीब 200 बंदूकधारियों ने धावा बोलकर एक ASP को किडनैप कर लिया था। हालांकि पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने कुछ ही घंटों में एएसपी को छुड़ा लिया गया था। इसके बाद पुलिस कमांडो ने जमीन पर हथियार रखकर अनोखे अंदाज में विरोध जताया है।
बता दें कि पिछले साल मई में पहली बार दो समुदायों के बीच जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से मणिपुर में बार-बार हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। हिंसा की घटनाओं में अब तक कुल मिलाकर 219 लोग जान गंवा चुके हैं।
200 हथियारबंदों ने बोला धावा : मणिपुर के इंफाल पश्चिम में करीब 200 हथियारबंद लोगों ने एक सीनियर पुलिस अधिकारी अमित सिंह के घर पर धावा बोल दिया था। अमित सिंह इंफाल पश्चिम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हैं। एक मैतेई निगरानी समूह अरामबाई तेंगगोल के संदिग्ध सदस्यों ने ASP के घर से उनका अपहरण कर लिया। पुलिस और सुरक्षा बलों ने मिलकर एक रेस्क्यू किया और कुछ ही घंटों में अमित सिंह को सुरक्षित वापस लाया गया।
दो लोग गिरफ्तार : 200 हथियारबंद लोगों ने अधिकारी के घर पर हमला करते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की थी। उनकी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया। अपरहरण की घटना मिलने के बाद इस हाई रिस्क वाले रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कुछ ही घंटों के अंदर फोर्स तैनात की गई। घटना के बाद 2 व्यक्तियों रबिनाश मोइरंगथेम और कंगुजम भीमसेन की पहचान की गई है।
मणिपुर पुलिस कमांडो ने जताया विरोध : पुलिस वालों के खिलाफ हुए हमले और स्थानीय एसपी अमित सिंह के अपहरण के विरोध में मणिपुर पुलिस कमांडो ने अपने हथियार जमीन पर रखकर सांकेतिक रूप से विरोध जताया है। मणिपुर पुलिस के कमांडो कर्मियों ने सशस्त्र बदमाशों द्वारा इम्फाल पश्चिम के अतिरिक्त एसपी के अपहरण के विरोध में अपने हथियार डाल दिए। कथित तौर पर हमले में शामिल लोग मैतेई सतर्कता समूह अरामबाई तेंगगोल के थे।
कमांडो ने क्यों डाले हथियार : मणिपुर पुलिस कमांडो के एक वर्ग ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे खुद को नियंत्रित करने के लिए कहा था। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले लोगों ने कहा कि कमांडो इस बात से नाराज हैं कि उन्हें कथित तौर पर सशस्त्र समूह पर गोलीबारी का जवाब नहीं देने के लिए कहा गया था। हालांकि, इस बारे में और पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है।
क्या कहा CM ने : मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने 25 फरवरी को एक प्रोग्राम में कहा था कि राज्य में जातीय तनाव को दूर करने के लिए शांति पहल शुरू हो गई है। अब हमें घबराने की जरूरत नहीं है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा बल तैनात किया जाएगा।
मणिपुर : 200 से ज्यादा मौतें, 1100 घायल : राज्य में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई के बीच जारी जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। राज्य में अब तक 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
Edited by Navin Rangiyal