नई दिल्ली। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भाजपा के नेताओं और केंद्र सरकार में बैठे उनके मंत्रियों के नाकारापन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जनता ने भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया था, लेकिन आज ये भारतीय झगड़ा पार्टी बनकर सहयोग करने के बजाए देश के तरक्की के लिए काम कर रही राज्य सरकारों को गालियां देने और उनके काम में अड़ंगा लगा रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज केंद्र सरकार के एक मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिल्ली में राशन योजना, ऑक्सीजन, वैक्सीन आदि तमाम चीजों को लेकर अरविंद केजरीवाल को बुरा-भला कहा और गालियां दीं। ये दिखाता है कि अब केंद्र में बैठे भाजपा के पास कोई काम नहीं बचा है, उन्हें न राष्ट्र निर्माण की फिक्र है, न देश के लोगों की चिंता। भाजपा के नेताओं का अब सिर्फ एक काम ही रह गया है, उनका कोई नेता दिन में मीडिया में आकर विपक्षी नेताओं को गालियां देना।
आज भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली में ऑक्सीजन व्यवस्था को लेकर केजरीवाल जी को गालियां दीं, लेकिन वो भूल गए कि केंद्र सरकार की अव्यवस्था से ही यह सब हुआ था। समय रहते केंद्र सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए और बाद में जब सुप्रीम कोर्ट की फटकार पड़ी तब जाकर केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की किल्लत को ठीक किया और अब अपनी गलती को छुपाने के लिए राज्य सरकारों को गालियां दे रही है।
उपमुख्यमंत्री ने सवाल किया कि जब देश के 1.5 करोड़ बच्चे लगातार परीक्षा कैंसल करने की मांग कर रहे थे तब केंद्र सरकार राज्यों पर आरोप लगाने और अपने विपक्षियों को गाली देने में व्यस्त थी यहां भी सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद परीक्षाओं को कैंसल किया गया।वैक्सीन पर भी पहले केंद्र सरकार ने राज्यों की बातें नहीं सुनी और इंटरनेशनल टेंडर करने की नसीहत दी लेकिन अब जब सुप्रीम कोर्ट की लताड़ पड़ी है तब जाकर केंद्र सरकार नींद से जागी है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल केंद्र सरकार के मंत्री और पूरी केंद्र सरकार बस एक काम कर रही है, उनका काम रह गया है विपक्ष के 3-4 मुख्यमंत्रियों को गालियां देना। ये कभी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को गाली देते हैं तो कभी पश्चिम बंगाल और झारखंड के मुख्यमंत्री को। केंद्र सरकार काम करना भूल चुकी है। सुप्रीम कोर्ट को लगातार लताड़ लगाकर केंद्र सरकार से काम करवाना पड़ रहा है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गालियां देना भाजपा के नेताओं के संस्कार हो सकते हैं, लेकिन जहां तक सवाल ऑक्सीजन, राशन, वैक्सीन का है इन सबमें एक कॉमन फ़ैक्टर है। वो है केंद्र सरकार की विफलता। अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि अगर पिज़्ज़ा की होम डिलीवरी हो सकती है तो गरीबों को मिलने वाले राशन की क्यों नहीं और वो योजना बनाते हैं कि लोगों को उनके हक का राशन उनके घरों तक कैसे पहुंचे, लेकिन इसमें साथ देने के बजाय भाजपा के नेता उन्हें बुरा-भला बोलते हैं और गालियां देते हैं।
उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि भाजपा अपनी नीयत साफ़ करे और बताए की पिज़्ज़ा की होम डिलीवरी हो सकती है तो गरीब आदमी का राशन उसके घर क्यों नहीं पहुंच सकता। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को देश के लोगों ने काम करने के लिए चुना था लेकिन देश की जनता भाजपा के नेताओं को रोज़ टीवी पर आकर गालियां देते हुए देखकर तंग आ चुकी है। आज भाजपा का अर्थ भारतीय जनता पार्टी के बजाय भारतीय झगड़ा पार्टी बन चुका है।
उपमुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के मंत्रियों और भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार का मतलब भारतीय जनता पार्टी होना चाहिए, न कि भारतीय झगड़ा पार्टी। केंद्र भारतीय झगड़ा पार्टी की सरकार को बंद करे और राष्ट्र निर्माण के कार्य करे राज्यों का सहयोग करें न कि राष्ट्र निर्माण में टांग अड़ाए। उपमुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि राष्ट्र के असली निर्माण के लिए केंद्र राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करे, न कि उन्हें गालियां दे।