कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा वाला ट्वीट डालकर विवाद पैदा कर दिया। भाजपा ने इसकी कड़ी निंदा की और इसके लिए सोनिया गांधी से माफी की मांग की।
पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह के बाद तिवारी दूसरे कांग्रेसी नेता हैं जिन्हें मोदी के खिलाफ अभद्र शब्दों का प्रयोग करने पर आलोचना का शिकार होना पड़ा। सिंह ने हाल में एक पोस्ट को रीट्वीट किया था जिसमें प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द कहे गए थे।
अपने पोस्ट में तिवारी ने इस बारे में लिखा है कि किस तरह मोदी ने लोगों को ‘बेवकूफ’ बनाया है और तिवारी ने एक व्यक्ति के इस ट्वीट को हास्यास्पद बताया कि मोदी को महात्मा गांधी भी देशक्ति नहीं सिखा सकते।
उन्होंने ट्विटर पर एक व्यक्ति द्वारा की गई इस टिप्पणी के जवाब में यह कहा कि देशभक्ति मोदी के डीएनए में है और महात्मा गांधी भी उन्हें यह नहीं सिखा सकते। यह तिवारी द्वारा डाली गई वीडियो क्लिप के जवाब में लिखा गया था। इस वीडियो में मोदी की विदेश यात्रा के दौरान की उस भूल को दिखाया गया था जब उन्होंने राष्ट्रगान बजने के समय ही चलना शुरू कर दिया था।
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जनता द्वारा खारिज किए जाने के कारण हताश कांग्रेस और उसके नेता ‘मानसिक संतुलन’ खो बैठे हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनके पास प्रधानमंत्री का जवाब देने के लिए तर्क खत्म हो गए हैं।
नकवी ने कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि कांग्रेस की हताशा है। जब उनके पास तर्क नहीं है तो वे ऐसी घटिया भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। कांग्रेस को जनता ने खारिज कर दिया और तब से उसके नेता मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उन्हें तत्काल दिमाग का इलाज कराने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे भाजपा और प्रधानमंत्री पर निशाना साधते वक्त गरिमा और राजनीति की शिष्टता भूल गए।
उन्होंने कहा, ‘यह कांग्रेस और उसके नेताओं की मानसिक स्थिति को दिखाता है और सोनिया गांधी की अगुवाई वाले कांग्रेसी नेतृत्व को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।’ एक अन्य भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की तरफ से अपशब्द के हमले की ‘साजिश’ कोई और रच रहा है क्योंकि तिवारी की शिष्ट और संवेदनशील होने की प्रतिष्ठा है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि एकमात्र व्यक्ति जिसे (ऐसी टिप्पणी) करने का अधिकार है वह हैं राहुल गांधी, जो कभी भी कुछ भी कह सकते हैं।’ स्वामी ने कहा, ‘कांग्रेस के अंदर यह स्वाभाविक हताशा है कि उनके द्वारा नीतियों की नाकामी के बारे में बार बार बोलने के बावजूद देश भाजपा के साथ दृढता से खड़ा है।’ इस मामले में सोशल मीडिया पर भी विवाद पैदा हुआ और लोगों ने तिवारी की निंदा की। (भाषा)