अहमदाबाद। मौसम विभाग का मानना है कि लगातार पिछले सात साल से दक्षिण पश्चिम मानसून अपने तय समय से लौट नहीं रहा है और इसके कारणों को जानने के लिए विस्तृत अध्ययन की जरूरत है।
मौसम विज्ञान केंद्र के स्थानीय निदेशक तथा वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जयंत सरकार ने बताया कि गुजरात समेत कुछ पश्चिमी क्षेत्रों में मानसून के लौटने का सामान्य समय 15 सितंबर है। पर 2011 से ही ऐसा नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह क्यों हो रहा है। इसके पीछे जलवायु सबंधी कोई कारण है या फिर अन्य कोई कारण। इसे जानने के लिए विस्तृत अध्ययन और आंकडों के विश्लेषण की जरूरत है। यह मानसून हर साल मई के अंत या जून की शुरुआत में केरल के तट के जरिये भारत में पहुचने की दस्तक देता है।
सरकार ने कहा कि इसी वजह से कई बार नवरात्रि जैसे त्योहार के दौरान भारी वर्षा भी हो जाती है। इस बार भी इस दौरान मध्यम वर्षा की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ज्ञातव्य है कि गुजरात में इस बार अब तक मानसूनी वर्षा के औसत के 110 प्रतिशत से भी अधिक बरसात हो चुकी है। (वार्ता)