तरनतारन। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत एवं सैन्यकर्मियों को लेकर जा रहे एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में जान गंवाने वालों में नायक गुरसेवक सिंह भी शामिल हैं। इस हादसे के बाद यहां के डोडे सोढियां गांव में मातम पसरा है।
गुरसेवक सिंह छुट्टी के बाद दो हफ्ते पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। बुधवार को हुए हादसे में सीडीएस और 12 अन्य की मौत हो गई थी। गांव के सरपंच गुरबाज सिंह ने कहा कि उनकी पत्नी जसप्रीत कौर कई हफ्तों से बीमार हैं और शुरुआत में उन्हें इस घटना के बारे में नहीं बताया गया था, उन्हें बृहस्पतिवार सुबह इस बारे में पता चला तो वह बेहोश हो गईं।
जसप्रीत कौर ने कहा कि उनके पति अपनी बेटियों सिमरतदीप कौर (9) और गुरलीन कौर (7) से बहुत प्यार करते थे और ऐसा कोई दिन नहीं होता था जब वह उनसे बात नहीं करते थे। दंपति का बेटा फतेहदीप तीन साल का है। गुरसेवक सिंह के परिवार में उनके पिता कंवल सिंह, 5 बहनें और दो भाई हैं।
उनकी पत्नी ने बताया कि वह पास के खलरा गांव के सरकारी स्कूल में पढ़े थे और 2004 में सेना में शामिल हुए थे। सरपंच ने कहा कि सैनिक जब भी गांव आते थे तो उनसे मिलते थे और बड़ों के साथ भी समय बिताते थे।
वह आखिरी बार अक्टूबर में छुट्टी पर आए थे और 14 नवंबर को वापस चले गए थे। जसप्रीत कौर ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह कभी वापस नहीं आएंगे। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि उनकी पार्थिव देह शुक्रवार गांव पहुंचने की उम्मीद है।