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MeToo इफेक्ट, विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर का इस्तीफा

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नई दिल्ली , बुधवार, 17 अक्टूबर 2018 (16:53 IST)
नई दिल्ली। करीब 20 महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद अन्तत: बुधवार को विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने इस्तीफे दे दिया। हालांकि ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि अकबर इस्तीफा दे सकते हैं।

इस्तीफे के बाद अकबर ने कहा कि मैं कानूनी लड़ाई लड़ूंगा और मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। मुझ पर झूठे आरोप लगाए गए हैं।
 
सबसे पहले प्रिया रमानी ने अकबर पर यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इसके बाद यह संख्या बढ़ते हुए 20 तक जा पहुंची थी। इसके बाद अकबर ने वकीलों की लंबी फौज के साथ प्रिया पर मानहानि का मुकदमा भी लगाया था। 
 
दूसरी ओर अकबर पर आरोप लगाने वालीं 20 महिला पत्रकारों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा था कि प्रिया रमानी इस लड़ाई में अकेली नहीं हैं। हम मानहानि मुकदमे की सुनवाई कर रही अदालत से अनुरोध करते हैं कि यौन उत्पीड़न से जुड़ी हमारी गवाही भी सुनी जाए।
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यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर के मामले की गुरुवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई होगी। 
 
क्या कहा था प्रिया ने : प्रिया रमानी ने ट्‍वीट कर कहा था कि एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें कीं। उसके मुताबिक उसके बॉस ने उसे होटल के कमरे में जॉब इंटरव्यू के लिए बुलाया था।
 
वहीं आरोप लगाने वाली एक महिला ने कहा कि 'टू द हार्वे वेनस्टींस ऑफ द वर्ल्ड' नाम से लिखे पोस्ट में कहा कि अकबर ने होटल के कमरे में उनका इंटरव्यू लिया और उन्हें शराब ऑफर की। उन्होंने बिस्तर पर उनके पास बैठने को कहा। पोस्ट में कहा गया कि अकबर अश्लील फोन कॉल्स, मैसेज और असहज टिप्पणी करने में माहिर हैं। अकबर ने हिन्दी गाने भी गाए।

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