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महबूबा मुफ्ती फिर ‘नजरबंद’, हालात संभालने के लिए DGP ने दी पुलिस को शाबाशी

हमें फॉलो करें महबूबा मुफ्ती फिर ‘नजरबंद’, हालात संभालने के लिए DGP ने दी पुलिस को शाबाशी

सुरेश एस डुग्गर

, मंगलवार, 7 सितम्बर 2021 (16:40 IST)
जम्मू। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को प्रशासन पर उनको घर में नजरबंद किए जाने का आरोप लगाया है। इस मामले में उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान के लोगों के अधिकारों के लिए चिंता व्यक्त करती है, लेकिन कश्मीरियों की परवाह नहीं है। कश्मीर में हालातों का हवाला देते हुए मुझे मंगलवार को नजरबंद कर दिया गया है।
 
यह कदम कश्मीर में सामान्य स्थिति के उनके झूठे दावों को उजागर करता है। इस बीच सईद अली शाह गिलानी की मौत के बाद हालात को ‘थामने’ के लिए कश्मीर पुलिस प्रमुख डीजीपी दिलबाग सिंह ने पुलिस को बधाई दी है। 
महबूबा ने ट्वीट कर खुद के घर में नजरबंद किए जाने का दावा करते हुए लिखा है कि भारत सरकार अफगानियों के अधिकारों की तो चिंता कर रही है लेकिन दूसरी तरफ कश्मीरियों के अधिकारों का हनन कर रही है।
 
मुझे आज नजरबंद कर दिया गया क्योंकि प्रशासन के अनुसार कश्मीर में स्थिति सामान्य से बहुत दूर है। यह कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के दावों की पोल खोलता है। सईद अली शाह गिलानी की मौत के बाद उनके परिजनों ने उनके शव को कथित तौर पर पाकिस्तानी झंडे में लपेटकर वहां पाकिस्तान के समर्थन में भी नारेबाजी की थी।
 
इस घटना के बाद पुलिस ने गिलानी के परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज किया था जिसके बाद महबूबा भी मैदान में कूद गई थी। महबूबा ने उस समय भी कर प्राथमिकी दर्ज करने की आलोचना की।  महबूबा ने लिखा- कश्मीर को एक खुली जेल में बदलने के बाद अब मृतकों को भी नहीं बख्शा गया है।
 
एक परिवार को शोक करने और उनकी इच्छा के अनुसार अंतिम विदाई देने की अनुमति भी नहीं है। गिलानी के परिवार के सदस्यों पर यूएपीए के तहत मामला दर्ज करना सरकार की निर्दयता को दिखाता है। यह नए भारत का नया कश्मीर है। इसके बाद महबूबा ने श्रीनगर में भी पत्रकारों से बातचीत करते हुए गिलानी के परिवार के सदस्यों पर मामला दर्ज किए जाने की आलोचना की थी।
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हालांकि कश्मीर पुलिस ने भी दावा किया था कि गिलानी की मौत के बाद आईजी कश्मीर उनके घर में शोक प्रकट करने गए थे। उधर, डीजीपी दिलबाग सिंह ने पिछले 5 दिनों में जमीनी स्तर पर अत्यधिक पेशेवर तरीके से निपटने के लिए पुलिस, सीएपीएफ और सेना की तैनाती की सराहना की। 
 
उन्होंने कहा कि पुलिस और सुरक्षाबलों द्वारा दिखाया गया विशेष संयम और स्थानीय लोगों विशेषकर युवाओं का बहुत जिम्मेदार आचरण सराहनीय है। हमें शांति स्थापित करने के लिए एक साथ आगे बढ़ना होगा ताकि दुश्मनों की पहचान की जा सके।

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