काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद ही वहां अफरा-तफरी मची हुई है। तालिबान दुनिया को यह विश्वास दिया रहा है कि उसके शासनकाल में जनता को कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन तालिबान का दोगला चेहरा भी उसके कामों से सामने आ रहा है।
कुछ समय पहले तक संगठन जिन नेताओं के साथ बातचीत का बहाना बना रहा था, अब उन्हें ही प्रभावी तौर पर नजरबंद कर रहा है।
अमेरिकी मीडिया ग्रुप सीएनएन ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि तालिबान ने पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई और विपक्ष के पूर्व मुखिया अब्दुल्ला-अब्दुल्ला से सारी सुरक्षाएं छीनकर उन्हें नजरबंद कर दिया गया है।