मुंबई। मुंबई पुलिस ने पालघर जिले के नालासोपारा में एक दवा निर्माण इकाई पर छापेमारी के बाद 1400 करोड़ रुपए कीमत का 700 किलोग्राम से ज्यादा मेफेड्रोन जब्त किया है और इस सिलसिले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मेफेड्रोन को म्याऊ म्याऊ या एमडी भी कहा जाता है। इस अवैध नशे का प्रयोग रेव और पूल पार्टियों में काफी प्रयोग किया जाता है।
एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि मुंबई अपराध शाखा के मादक पदार्थ रोधी प्रकोष्ठ (एएनसी) ने इकाई पर छापेमारी की। विशिष्ट सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। एएनसी के एक दल ने परिसर में छापेमारी की और उस दौरान वहां प्रतिबंधित दवा मेफेड्रोन बनाए जाने की बात सामने आई।
अधिकारी के मुताबिक मुंबई से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक व्यक्ति को नालासोपारा में पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि यह हाल के दिनों में शहर की पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है।
क्या है मेफेड्रोन : मेफेड्रोन को म्याऊ म्याऊ या एमडी भी कहा जाता है। यह राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ (NDPS) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है। इसे पार्टी ड्रग्स के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि पार्टियों में इस अवैध नशे का काफी प्रयोग किया जाता है। म्याऊं-म्याऊं का नाइजीरिया और अफगानिस्तान में सर्वाधिक उत्पादन होता है। इसे पानी में घोलकर अथवा इंजेक्शन के जरिए लिया जाता है।
यह ड्रग 2010 से चलन में है, जबकि 2015 में सरकार ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था। विशेषज्ञों की मानें तो इस ड्रग को अधिक मात्रा में लेने से व्यक्ति की जान भी जा सकती है। एक अनुमान के मुताबिक एक ग्राम ड्रग की कीमत 1000 से 15000 रुपए तक है।