नई दिल्ली। सारे प्रोटोकॉल तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 'दोस्त' इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की भारत पहुंचने पर रविवार को यहां हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की।
प्रधानमंत्री की पिछले साल जुलाई में इसराइल यात्रा के दौरान नेतन्याहू ने भी उनका इसी तरह स्वागत किया गया था, ऐसे में उस सम्मान के बदले इस बार मोदी ने भी नेतन्याहू का हवाई अड्डे जाकर स्वागत किया। मोदी ने पूरी गर्मजोशी के साथ नेतन्याहू से हाथ मिलाया और उन्हें गले लगाया। इस अवसर पर विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह भी मौजूद थे।
हवाई अड्डे से मोदी और नेतन्याहू की गाड़ियों का काफिला सीधे तीन मूर्ति के लिए रवाना हो गया। इसराइल के पूर्व प्रधानमंत्री ऐरेल शेरॉन के बाद किसी इसराइली प्रधानमंत्री की यह पहली भारत यात्रा है। शेरोन ने 2003 में भारत का दौरा किया था। नेतन्याहू के साथ उनकी पत्नी सारा और 130 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है।
मोदी और नेतन्याहू ने तीन मूर्ति पहुंचने के बाद वहां करीब 100 साल पहले हुए हाइफा के युद्ध में हिस्सा लेने वाली भारतीय रेजीमेंट के शहीद जवानों को 1 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और उनकी याद में बनाए गए स्मारक पर पुष्पचक्र चढ़ाए। इस अवसर पर विदेश सचिव एस. जयशंकर और थलसेना अध्यक्ष बिपिन रावत भी मौजूद थे।
इसके बाद तीन मूर्ति चौक को तीन मूर्ति हाइफा चौक और तीन मूर्ति मार्ग को तीन मूर्ति हाइफा मार्ग का नया नाम देने की औपचारिक घोषणा की गई। कार्यक्रम के दौरान तीन मूर्ति के 1 किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा के जबरदस्त प्रबंध किए गए थे। तीन मूर्ति पहुंचने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए थे।
भारत के तीन राज्यों (जोधपुर, हैदराबाद और मैसूर) से इसराइल में भेजे गए सैनिकों के नाम पर तीन मूर्ति चौक का नाम रखा गया था। तीनों राज्यों के सैनिकों को मुस्लिम तुर्कों से फिलिस्तीनी लोगों की मुक्ति के लिए भेजा गया था। भारतीय रेजीमेंट ने हाइफा को संयुक्त शक्तियों से जीत लिया था। इस लड़ाई में 44 भारतीय जवान शहीद हुए थे।
तीन मूर्ति से नेतन्याहू का काफिला सीधे ताज होटल के लिए रवाना हो गया, जहां शाम को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ उनकी पहली आधिकारिक मुलाकात होने वाली है। इसके बाद वे प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित निजी रात्रिभोज में शामिल होंगे।
नेतन्याहू की इस 6 दिवसीय भारत यात्रा के दौरान भारत और इसराइल के बीच रक्षा, कृषि, व्यापार और जल प्रबंधन से जुड़े कई अहम समझौते होने की संभावना है। इसमें 460 करोड़ रुपए का बराक मिसाइल सौदा सबसे अहम माना जा रहा है। इसके तहत भारत, इसराइल से 131 लंबी दूरी तक मार करने वाली अध्याधुनिक बराक मिसाइलें खरीदेगा जिससे भारतीय नौसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा होने की उम्मीद है।
भारत और इसराइल के बीच राजनयिक संबंधों के 25 साल पूरे होने के अवसर नेतन्याहू के दौरे की आधिकारिक शुरुआत सोमवार से होगी। पहले राष्ट्रपति भवन में उनका स्वागत किया जाएगा और फिर प्रधानमंत्री के साथ उनकी शिष्टमंडल स्तर की वार्ता होगी। इसके बाद आधिकारिक भोज का आयोजन होगा और इसके बाद व्यापारिक सम्मेलनों का दौर शुरू होगा। नेतन्याहू 16 को आगरा, 17 को अहमदाबाद और 18 को मुंबई जाएंगे और फिर 19 को स्वदेश लौटेंगे। (वार्ता)