चुनावी नतीजों और तमाम तरह की राजनीतिक अटकलों के बीच शुक्रवार को भाजपा के सहयोगी दलों ने एनडीए में सरकार बनाने की बात कही। संसद में चंद्रबाबू नायडु और नीतीश कुमार समेत अन्य दलों ने भाजपा के साथ नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार बनाने की घोषणा की। शुक्रवार को ही मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की। द्रौपदी मुर्मू ने मोदी को सरकार बनाने का न्योता दिया है।
राष्ट्रपति से मिलने के बाद क्या बोले मोदी : राष्ट्रपति से सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर अवसर देने के लिए देशवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पुरानी गति से ही काम करेंगे। 18वीं लोकसभा नई ऊर्जा का प्रतीक है। एनडीए के साथियों ने तीसरी बार दायित्व दिया है। उन्होंने कहा कि सुशासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। व्यापक विजन के साथ हम आगे बढ़ते रहेंगे। मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
बता दें कि बहुमत का जादूई आंकड़ा पूरा करने के बाद एनडीए में लगातार बैठकों का दौर जारी था। भाजपा अपने सहयोगी दलों के साथ सरकार बनाने जा रही है। क्योंकि भाजपा के खाते में 240 सीटें आई हैं। सरकार बनाने के लिए भाजपा को सहयोगी दलों का समर्थन चाहिए। इसी कडी में शुक्रवार को एनडीए गुट के नेताओं ने सरकार बनाने का दावा पेश किया।
शुक्रवार को पूरी विधि विधान के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। बैठक के बाद एनडीए नेताओं का समूह राष्ट्रपति द्रौपदि मुर्मू से मिलने पहुंचा और उन्हें सरकार बनाने का प्रस्ताव सौंपा। सरकार बनाने का दावा पेश करने एनडीए की तरफ से अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे सहित 16 दलों के नेता राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे। इससे पहले नरेंद्र मोदी ने संसद में भाषण दिया और बनने वाली सरकार की योजना पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज शाम राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने पहुंचेगे। राष्ट्रपति उनको पीएम नामित करने के बाद अधिकारिक तौर पर शपथ का वक्त और स्थान तय करेंगी।
क्या है सरकार का गणित : बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों में एनडीए गुट ने 293 सीटें हासिल की थीं, जो कि बहुमत के जादूई आंकड़े 272 से ज्यादा हैं। हालांकि एनडीए का नेतृत्व करने वाली भारतीय जनता पार्टी इस बार बहुमत के आंकड़े से काफी पीछे रह गई, ऐसे में मान मनोव्वल को लेकर बैठकों का लंबा दौर चला। हालांकि शुक्रवार दोपहर एनडीए नेताओं ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया और सभी कयासों पर विराम लगा दिया।
मोदी ने आडवाणी का लिया आशीर्वाद : इससे पहले शुक्रवार को एनडीए संसदीय दलों की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया, जिसके बाद मोदी लालकृष्ण आडवाणी से आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचे। संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए का अलायंस सबसे सफल गठबंधन है। उन्होंने कहा, "यह सत्ता प्राप्त करने का, सरकार चलाने का या कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड समूह है"
बैठक में क्या बोले मोदी : नरेंद्र मोदी ने कहा, एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में प्री पोल अलाइंस इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है।
9 जून को हो सकती है शपथ : प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण 9 जून को हो सकता है, जिसमें विश्व के कई नेता शामिल होंगे।
Edited by Navin Rangiyal/ (भाषा)