नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली-मेरठ एक्स्प्रेस-वे का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस अत्याधुनिक एक्सप्रेस वे पर खुली जीप में रोड शो भी किया। इससे दिल्ली से मेरठ की यात्रा के समय में उल्लेखनीय कमी आएगी। साथ ही दिल्ली का प्रदूषण भी कम करने में मदद मिलेगी।
दिल्ली के सराय काले खान से यूपी गेट तक फैले इस 14 लेन के राजमार्ग का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री एक खुली कार में सवार हुए और राजमार्ग के दोनों ओर बड़ी संख्या में एकत्र लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
सड़क परिवहन एवं पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी एक अलग खुली कार में मोदी के साथ चल रहे थे।
यह रोड शो निजामुद्दीन पुल से शुरू हुआ। यह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के, करीब नौ किलोमीटर लंबे पहले चरण का शुरूआती हिस्सा है। इस मार्ग पर छह किलोमीटर चलने के बाद मोदी उत्तर प्रदेश के बागपत के लिए रवाना हो गए।
सरकार द्वारा जारी इस परियोजना के एक विज्ञापन के अनुसार दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पहले चरण में 14 लेन के राजमार्ग पर नौ किलोमीटर मार्ग के निर्माण पर 842 करोड़ रुपए की लागत आई है।
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, 'प्रधानमंत्री दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर छह किलोमीटर रोड शो करेंगे। प्रधानमंत्री वहां प्रदर्शनी तथा 3डी माडल का उद्घाटन करेंगे। वहां से ईपीई राष्ट्र को समर्पित करने के लिए बागपत जाएंगे।'
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस हाईवे की खास बातें
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यह देश का पहला 14 लेन का एक्सप्रेस-वे है।
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एक्सप्रेस वे पर 2.5 मीटर का साइकिल ट्रैक भी बनाया गया है।
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इस एक्सप्रेस-वे पर बीच में 6 लेन का एक्सप्रेस वे है और दोनों तरफ 4 लेन के हाईवे होंगे।
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इस एक्सप्रेस वे का पहला चरण करीब नौ किलोमीटर का है, जिसमें यमुना पुल पर वर्टिकल गार्डेन और सड़कों पर सोलर लाइट भी लगी हैं।
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सड़क के किनारे 40,000 पौधे भी लगाए जा रहे हैं।
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इस एक्सप्रेस वे पर 8 सौर संयंत्र हैं जिनकी क्षमता 4 मेगावाट है।