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मोदी का व्यापारियों को बड़ा तोहफा, 50 लाख रुपए तक कर्ज बिना गारंटी के उपलब्ध कराने का वादा

हमें फॉलो करें मोदी का व्यापारियों को बड़ा तोहफा, 50 लाख रुपए तक कर्ज बिना गारंटी के उपलब्ध कराने का वादा
, शुक्रवार, 19 अप्रैल 2019 (22:13 IST)
नई दिल्ली। देश में जारी आम चुनावों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यापारी वर्ग को लुभाते हुए शुक्रवार को कहा कि अगर उनकी सरकार फिर सत्ता में आई तो व्यापारियों को 50 लाख रुपए तक का कर्ज बिना गारंटी के उपलब्ध कराया जाएगा।

जीएसटी पंजीकृत कारोबारियों के लिए 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा, व्यापारियों के लिए क्रेडिट कार्ड सुविधा और छोटे दुकानदारों के लिए पेंशन योजना लाई जाएगी।
 
राजधानी में व्यापारियों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने विपक्षी कांग्रेस पार्टी को व्यापारियों को ‘चोर’ कहने पर आड़े हाथों लिया।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी खुद के बनिया समुदाय से होने पर गर्व महसूस करते थे लेकिन कांग्रेस पार्टी उन्हें चोर बताती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने लंबे शासन काल में कारोबारियों को केवल ‘अपमानित’ किया है।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार हर परिस्थिति में व्यापारियों के पीछे पूरी मुस्तैदी से खड़ी रही है और फिर से सत्ता में आने पर वह उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए एक राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड गठित करेगी। 
 
मोदी ने कहा, उन्होंने (कांग्रेस) देश की अर्थव्यवस्था में कारोबारी समुदाय के योगदान को महसूस किए बिना ही सभी को चोर बता दिया। कांग्रेस के नामदार स्वयं के अलावा कुछ नहीं देखते हैं। गांधीजी खुद को बनिया घोषित कर गर्व महसूस करते रहे हैं। इसके बावजूद कांग्रेस सभी कारोबारियों को अपशब्द कहती है और उन्हें चोर बता रही है। आज कांग्रेस न तो इतिहास से अवगत है और न ही जमीनी हकीकत से। कांग्रेस के नामदार देश के विकास में व्यापारियों के योगदान से अनभिज्ञ है।
 
मोदी ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र की राजग सरकार ने पिछले पांच साल के दौरान व्यापारियों की जिंदगी और कारोबार को सरल बनाने के लिए काफी काम किया। पुराने पड़ चुके 1,500 कानून को समाप्त किया गया, प्रक्रियाओं को सुगम बनाया गया तथा आसान कर्ज उपलब्ध कराया गया।
 
उन्होंने कहा कि व्यापारी भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं लेकिन पूर्व में उन्हें वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। अर्थव्यवस्था के आकार को दोगुना कर 5,000 अरब डॉलर करने का लक्ष्य उनके योगदान के बिना संभव नहीं है।

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