नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने राज्यों को प्रत्येक जिले में दवाओं का बफर स्टॉक रखने के लिए कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में अगले कुछ महीनों के लिए टीकों के उत्पादन, आपूर्ति और आगे की योजना की समीक्षा की। मोदी ने कोरोना म्यूटेंट के उद्भव की निगरानी के लिए जीनोम के निरंतर सिक्वेंसिंग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों के आंकड़े संकेत देते हैं कि ढिलाई के लिए कोई जगह नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों सहित ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को तेजी से बढ़ाने की जरूरत है। साप्ताहिक कोविड-19 संक्रमण दर लगातार 10वें सप्ताह 3 प्रतिशत से कम रही है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कई लोगों की जान चली गई। इस दौरान ऑक्सीजन की कमी और रेमडिसिवर इंजेक्शन की कमी आदि जैसी समस्याएं भी मरीजों और उनके परिजनों के सामने आई थीं।