PM Narendra Modi on Deepfake video: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृत्रिम मेधा (AI) और डीपफेक (Deepfake) प्रौद्योगिकी से उत्पन्न चुनौतियों को रेखांकित करते हुए शुक्रवार को मीडिया से आग्रह किया कि वे इन तकनीकों के कारण पैदा हुई चुनौतियों के बारे में लोगों को जागरूक और शिक्षित करें।
यहां पार्टी मुख्यालय में भाजपा के दिवाली मिलन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने गरबा महोत्सव में भाग लेते हुए अपना एक वीडियो देखा, जबकि उन्होंने स्कूल के दिनों से ऐसा नहीं किया है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, यहां तक कि जो लोग उन्हें प्यार करते हैं, वे भी वीडियो को एक दूसरे से साझा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे जैसे विविधतापूर्ण समाज में डीपफेक एक बड़ा संकट पैदा कर सकते हैं और यहां तक कि समाज में असंतोष की आग भी भड़का सकते हैं क्योंकि लोग मीडिया से जुड़ी किसी भी चीज पर उसी तरह भरोसा करते हैं जैसे आम तौर पर गेरुआ वस्त्र पहने व्यक्ति को सम्मान देते हैं।
डीपफेक नया संकट : प्रधानमंत्री ने कहा कि कृत्रिम मेधा के माध्यम से उत्पादित डीपफेक के कारण एक नया संकट उभर रहा है। समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग है जिसके पास समानांतर सत्यापन प्रणाली नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां उन्होंने कुछ चीजों के बारे में विचार व्यक्त किए हैं वहीं उन्हें इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया का सहयोग चाहिए।
क्या है डीपफेक तकनीक : डीपफेक तकनीक शक्तिशाली कंप्यूटर और शिक्षा का उपयोग करके वीडियो, छवियों, ऑडियो में हेरफेर करने की एक विधि है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले कुछ विवादास्पद टिप्पणियों वाली फिल्म आती थी और चली जाती थीं, लेकिन अब यह एक बड़ा मुद्दा बन गया है।
उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्मों का प्रदर्शन भी इस आधार पर मुश्किल हो जाता है कि उन्होंने समाज के कुछ तबकों का अपमान किया है, भले ही उन्हें बनाने में भारी राशि खर्च की गई हो। मोदी ने सुझाव दिया कि जिस तरह सिगरेट जैसे उत्पाद स्वास्थ्य संबंधी चेतावनियों के साथ आते हैं, उसी तरह डीपफेक के मामलों में भी होना चाहिए।
वर्ष 2047 तक 'विकसित भारत' बनाने के अपने संकल्प का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये केवल शब्द नहीं हैं बल्कि जमीनी हकीकत है। उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल अभियान को लोगों का समर्थन मिला है। साथ ही उन्होंने कहा कि गत एक सप्ताह में लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है, जिसमें दिवाली और छठ से संबंधित खरीददारी शामिल है। (भाषा)