नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में डर का माहौल बनाने के लिए आतंकवादी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं।
नागपुर के रेशमबाग मैदान में वार्षिक विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि जम्मू कश्मीर में डर पैदा करने के इरादे से आतंकवादी लोगों को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं। सीमाओं पर सैन्य तैयारियां बढ़ाने की जरूरत है।
विभाजन का दर्द : मोहन भागवत ने कहा कि आजादी के बाद विभाजन का दर्द मिला। विभाजन की टीस अब तक नहीं गई है। अब फिर विविधता की चौड़ी खाई बन गई है। उन्होंने कहा कि देश को जोड़ने वाली भाषा चाहिए। लोगों से सकारात्मक संवाद होना चाहिए। सामाजिक चेतना अब भी जाति आधारित भावनाओं से प्रभावित है और आरएसएस इसके समाधान के लिए काम कर रहा है।
घुसपैठियों के कारण बिगड़ा जनसंख्या संतुलन : संघ प्रमुख ने कहा कि घुसपैठियों के कारण जनसंख्या संतुलन बिगड़ रहा है। खास तौर पर सीमावर्ती राज्यों में आबादी असंतुलित हो गई है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नीति पर दोबारा विचार होना जरूरी है। सरकार को जनसंख्या नीति बनानी चाहिए और सभी वर्ग के लोगों के लिए लागू होनी चाहिए।
नशीले पदार्थों पर नियंत्रण : संघ प्रमुख ने कहा कि नई पीढ़ी में नशीले पदार्थ खाने की आदत बढ़ रही है। उच्च से निम्न स्तर तक व्यसन है। इसलिए ड्रग्स से देश को मुक्त कराने का प्रयास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका पैसा देश विरोधी कार्यों में लग रहा है।
उन्होंने बिटकॉइन और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी चिंता व्यक्त की और सरकार से इन्हें विनियमित करने के प्रयास करने को कहा। सोशल मीडिया आग में घी पर काम कर रहा है। बच्चे मोबाइल पर क्या देख रहे नहीं पता?