नई दिल्ली। मानसून सीजन के पहले दो महीने में सामान्य बारिश के बाद अगले दो महीने में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जून में औसत से 11 प्रतिशत कम बारिश के बाद जुलाई में बारिश दीर्घावधि औसत से सात प्रतिशत ज्यादा हुई जिससे जून की कमी की भरपाई हो गई।
इस प्रकार मानसून मौसम के पूर्वार्द्ध में बारिश औसत के बराबर ही रही। उसने बताया कि अगस्त-सितंबर के दौरान 55 प्रतिशत संभावना औसत से छ: प्रतिशत ज्यादा बारिश की है।
विभाग ने बताया कि अगस्त में बारिश औसत से चार प्रतिशत अधिक होने की संभावना है। इसमें नौ प्रतिशत त्रुटि हो सकती है, वहीं सितंबर में सामान्य से छ: प्रतिशत अधिक बारिश होने की उम्मीद है जिसमें चार प्रतिशत की त्रुटि हो सकती है।
विभाग के अनुसार, जुलाई महीने में वर्ष 2013 के बाद पहली बार सामान्य से अधिक बारिश हुई है। पिछले साल जुलाई में औसत से 16.4 प्रतिशत तथा जुलाई 2014 में 9.6 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। पिछले 10 साल में 2010 और 2013 को छोड़कर शेष वर्ष जुलाई की बारिश औसत से कम रही है।
क्षेत्रवार, इस साल जुलाई में उत्तर-पश्चिमी भारत में औसत से 9 प्रतिशत तथा मध्य भारत में औसत से 18 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। जून में यहां क्रमश: सात प्रतिशत और 17 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई थी, वहीं दक्षिणी प्रायद्वीप में जुलाई में औसत से 12 फीसदी तथा पूर्व एवं पूर्वोत्तर में दो फीसदी कम बारिश हुई। जून में दक्षिणी प्रायद्वीप में 26 प्रतिशत ज्यादा तथा पूर्व एवं पूर्वोत्तर में 28 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। (वार्ता)