Gujarat Morbi Cable Bridge Collapse : रविवार को खुशी का पल उस समय मातम में बदल गया जब मोरबी का केबल पुल टूटकर मच्छू नदी पर बना अंग्रेजों के समय बना पुल नदी में समा गया और सैकड़ों लोग मौत के मुंह में समा गए। हादसे के बाद राजनीतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो 31 मार्च 2016 का है जब पीएम मोदी ने कोलकाता में एक रैली में विवेकानंद रोड फ्लाईओवर गिरने के बाद ममता सरकार पर निशाना साधा था।
माच्छू नदी पर बना करीब एक सदी पुराना पुल रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया। इस पुल को चार दिन पहले मरम्मत के बाद फिर से लोगों के लिए खोला गया था। पुल पर भारी भीड़ जमा हो गई थी।
ग्विजय सिंह ने 2016 की एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि मोदीजी मोरबी पुल दुर्घटना दैवीय घटना है या धोखाधड़ी का कृत्य?
सिंह ने मोरबी पुल दुर्घटना पर कई ट्वीट किए, उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई उस टिप्पणी की ओर था जो उन्होंने 31 मार्च, 2016 को कोलकाता में विवेकानंद रोड फ्लाईओवर गिरने के बाद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधने के लिए एक रैली में किया था। उक्त दुर्घटना में कई लोगों की मौत हो गई थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल किया कि यह दैवीय घटना है या धोखाधड़ी का कृत्य।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, केबल पुल जब टूटा उस पर कई महिलाएं और बच्चे थे। 26 अक्टूबर को गुजराती नववर्ष दिवस पर जनता के लिए इसे फिर से खोलने से पहले एक निजी संचालक ने लगभग छह महीने तक पुल की मरम्मत का काम किया था।
घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सदस्य सुरजेवाला ने हिंदी में कई ट्वीट करके कहा कि मोरबी पुल हादसे में गई अनगिनत जानों की दर्दनाक खबर ने पूरे देश का दिल दहला दिया है। सभी शोक संतप्त परिवारों को संवेदनाएं। यह प्राकृतिक हादसा नहीं, मानव निर्मित त्रासदी है। गुजरात की भाजपा सरकार इस जघन्य अपराध की सीधे-सीधे दोषी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री गुजराती भाई बहनों की ज़िंदगी की क़ीमत 2 लाख रुपए लगा कर अपनी जिम्मेवारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल व मोरबी विधायक व मंत्री (बृजेश मेरजा) को बताना होगा जब ये पुल 26 अक्टूबर को ही मरम्मत के बाद खोला गया तो पुल कैसे गिर गया?
गुजरात के मोरबी में पुल टूटने की घटना को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इसे 'मानव निर्मित त्रासदी' करार दिया और इसके लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने सवाल किया कि क्या ये सीधे अपराधिक षड्यंत्र नहीं? भाजपा सरकार ने फिटनेस सर्टिफिकेट के बग़ैर पुल को जनता के इस्तेमाल के लिए खोलने की इजाज़त कैसे दी? क्या ये चुनाव आचार संहिता लगने से पहले आनन फ़ानन में कर वोट बटोरने के लिये किया गया? पुल की मरम्मत का काम कंपनी/ट्रस्ट को कैसे दिया गया? क्या उनका भाजपा से कनेक्शन (संबंध) है?
उन्होंने कहा कि क्या एक आईएएस भाजपा सरकार में रसूकदार पदों पर बैठे लोगों की आपराधिक भूमिका की जाँच कर सकता है? मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल व स्थानीय मंत्री स्वयं हादसे की जिम्मेवारी कब लेंगे? गुजरात आपको कभी माफ़ नहीं करेगा।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, यह दुख की बात है कि डबल इंजन वाली सरकार की शेखी बघारने वालों द्वारा बनाया गया पुल गिर गया।
युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी का एक वीडियो साझा किया, जब 2016 में पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले एक पुल गिर गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह भगवान की ओर से एक संकेत है कि किस तरह की सरकार चलाई गई। उन्होंने एक वीडियो के साथ ट्वीट किया- क्या प्रधानमंत्री उसी भाषा का इस्तेमाल करेंगे। भाषा Edited by Sudhir Sharma