वर्ष 2008 में 26 नवंबर को भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में हुए आतंकवादी हमले की बरसी पर लोगों के मन में खौफ और दहशत का मंजर उभर आता है, जब समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने मुंबई की जमीन को लहूलुहान कर दिया था।
इस भीषण आतंकवादी हमले में 170 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि भारत के जांबाज सिपाहियों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया था और एकमात्र पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब को भी फांसी पर लटका दिया गया। भारत यह जख्म अब तक नहीं भूला है, लेकिन इसके बाद भी भारत भूमि को इन आतंकवादियों के नापाक इरादों ने कई बार रक्तरंजित किया है। हालांकि ये हमले हमारे इरादों को कमजोर नहीं कर पाए।