नई दिल्ली। मुंबई में एक पब में लगी भीषण आग पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी घटनाएं ज्यादा जनसंख्या होने के कारण होती हैं और सुझाव दिया कि हर शहर के लिए जनसंख्या को सीमित कर देना चाहिए।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि इस आग में 14 लोगों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए। रात करीब साढ़े बारह बजे ‘1 एबव’ पब में आग लग गई और जल्द ही उसके नीचे तीसरी मंजिल पर स्थित ‘मोजो पब’ भी उसकी चपेट में आ गया। 1 एबव और मोजो लोअर परेल इलाके के कमला मिल्स परिसर के ट्रेड हाउस बिल्डिंग में स्थित है, जिसमें राष्ट्रीय टीवी चैनलों समेत कई अन्य दफ्तर भी मौजूद हैं।
अभिनेत्री से नेता बनीं हेमा मालिनी ने कहा कि यह दुर्घटना अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुई और उन्होंने आश्चर्य जताया कि ऐसे पब के संचालन की अनुमति देने से पहले वे सुरक्षा मानदंडों को नजरअंदाज कैसे कर सकते हैं।
मुंबई में लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, ऐसा मुंबई शहर में ज्यादा जनसंख्या के कारण है। हेमा ने कहा, जनसंख्या पर कुछ रोक लगाई जानी चाहिए। सबसे पहले, सभी शहरों में कुछ निश्चित जनसंख्या होनी चाहिए, निश्चित सीमा होनी चाहिए। इसके बाद उन्हें (लोगों को) अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्हें किसी दूसरे शहर, अगले शहर जाने दिया जाना चाहिए।
मातम में बदला जश्न का माहौल : सनद रहे कि पब में बीती रात चल रहा जन्मदिन का जश्न करीब दर्जनभर परिवारों के लिए मातम में बदल गया। वहां अपना 29वां जन्मदिन मना रही एक महिला सहित 14 लोगों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए थे।
आधिकारिक सूची के मुताबिक, मृतकों में शामिल खुशबू बंसाली नाम की महिला अपना 29वां जन्म दिन मना रही थी। इस सूची में 10 अन्य महिलाओं के नाम भी हैं। मृतकों में भारतीय मूल के दो अमेरिकी भाई, उनकी चाची भी शामिल हैं। ये लोग खुशबू के जन्मदिन की पार्टी में गए थे। खुशबू के दादा बाबूलाल मेहता ने हादसे के लिए होटल प्रबंधन और नगर निकाय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि होटल ने बांस की सहायता से एक अस्थायी ढांचा बनाया था जिसमें आग लगने की आशंका थी। वहां आग बुझाने का कोई उपकरण नहीं था। यह पुलिस और नगर निकाय अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करें।
लोअर परेल इलाके के कमला मिल परिसर स्थित ट्रेड हाउस बिल्डिंग में ‘1 एबव’ और ‘मोजो’ स्थित है। यह स्थान एक वाणिज्यिक केंद्र भी है जहां राष्ट्रीय टीवी चैनलों के दफ्तर सहित कई कार्यालय भी हैं।
भीषण आग ने समूची इमारत को करीब 30 मिनट में ही अपनी गिरफ्त में ले लिया और इसे बुझाने में कई घंटे लगे। आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दमकल विभाग और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए थे। हादसे में झुलसे 35 लोगों को पब से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत हृतेष सांघवी, जिगर सांघवी और पब चलाने वाले सी ग्रेड हॉस्पिटैलिटी के अभिजीत मनका के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनके खिलाफ धारा 337 (दूसरों के जीवन और व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) और 338 (दूसरों के जीवन और व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालकर गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों में से दो को हिरासत में लिया है।
राज्य में विपक्षी कांग्रेस और राकांपा ने कमला मिल आग हादसा को लेकर बीएमसी और राज्य सरकार की आलोचना की। उन्होंने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की और कहा कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने बीएमसी के कथित भ्रष्ट कार्यों और कामकाज की सीबीआई जांच की मांग की।
मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने हादसे की जांच की मांग करते हुए कहा कि आग लगने की घटना अग्नि सुरक्षा नियमों के स्पष्ट उल्लंघन का नतीजा है। उन्होंने आरोप लगाया, कमला मिल परिसर जैसे छोटे से इलाके में 96 रेस्तरां बगैर किसी अग्नि सुरक्षा उपाय के चल रहे हैं। कोई फायर ऑडिट नहीं की गई। (भाषा)