कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। यह बात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कही है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि अगर हाईकमान फैसला करता है, तो वह मुख्यमंत्री का चेहरा बनने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का ये बयान तब आया है, जब कांग्रेस पार्टी इस वक्त महाराष्ट्र की सरकार में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ साझेदार है। सरकार के कार्यकाल के बीच में ही कांग्रेस ने अगले विधानसभा चुनाव की रणनीति का ऐलान कर दिया है।
भविष्य को लेकर सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि राष्ट्रवादी कांग्रेस यानी एनसीपी ने भी बयान दिया है। रविवार को एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार अपने पूरे कार्यकाल में चलेगी, हालांकि अभी ये तय नहीं है कि क्या अगला विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव तीनों पार्टियां साथ में लड़ेंगी या नहीं।
महाराष्ट्र की सियासत में पिछले कुछ दिनों से ही हलचल जारी है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वन-टू-वन मीटिंग की, उसके बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की।
इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी शिवसेना को उसका वादा याद दिलाया, साथ ही लंबी साझेदारी के ऑफर के संकेत दिए। हालांकि, उसके बाद शरद पवार की एक मीटिंग राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी हुई। शरद पवार इससे पहले देवेंद्र फडणवीस के साथ मीटिंग कर चुके हैं।