प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजय रथ रुकने का नाम नहीं ले रहा है, एक-एक कर 21 राज्यों में भाजपा और एनडीए की सरकारें हैं। इस तरह देश के बड़े भू-भाग पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों का कब्जा है। मोदी की बढ़ती लोकप्रियता पर अब तो पश्चिमी जगत ने भी अपनी मुहर लगा दी है। इसके मुताबिक 2019 में भी मोदी का विकल्प दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता।
ब्लूमबर्ग मीडिया समूह के मुताबिक नरेंद्र मोदी भारत के राजनीतिक क्षितिज पर पूरी तरह से छाए हुए हैं। उसका कहना है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी 2014 में केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद एक के बाद दूसरे राज्यों में लगातार जीतती जा रही है। यदि इस रिपोर्ट को सही माना जाए तो मोदी और अमित शाह की जुगलबंदी लंबे समय तक चलने वाली है।
कमजोर और बिखरा हुआ विपक्ष : मजबूत विपक्ष की कमी के कारण 2024 के बाद भी उनके सत्ता में बने रहने की भरपूर संभावना है। इस समय मोदी की टक्कर का कोई अन्य नेता मौजूद नहीं हैं। नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और मायावती जैसे क्षत्रप भी मोदी के सामने कहीं टिकते दिखाई नहीं देते।
अपार लोकप्रियता : राज्यों में लगातार जीत और पीएम मोदी की अपार लोकप्रियता के कारण 2019 में उनका चुनाव जीतना निश्चित लगता है। बेदाग छवि और जनता से सीधे संवाद के कारण मोदी आम लोगों में अत्यधिक लोकप्रिय हैं। विदेशों में भी मोदी को सर्वमान्य नेता के रूप में देखा जाने लगा है।
महत्वपूर्ण योजनाएं और बेहतर क्रियान्वन : नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने कई जनहितैषी योजनाएं शुरू की हैं, जिन्हें जनता ने पसंद भी किया है और इससे मोदी सरकार की स्वीकार्यता भी बढ़ी।
गौरतलब है कि दुनिया में किसी भी देश की स्थिति का आकलन आर्थिक और सैन्य आधार के अलावा उसके नेता की ताकत, स्वीकार्यता और कार्यकाल के अनुमान पर लगाया जाता है। जितना लंबा कार्यकाल उतनी ही मजबूत नेता की स्थिति मानी जाती है।
इसी कड़ी में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ लेने और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के चौथी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय जगत में यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में कौनसा नेता कितने दिनों तक सत्ता में रहकर देश और दुनिया पर अपना प्रभाव डाल सकता है।
दुनिया के 16 नेताओं में मोदी छठे स्थान पर : दुनिया के ताकतवर नेताओं के आकलन के बाद ब्लूमबर्ग मीडिया समूह ने 16 नेताओं का आकलन किया है जो वैश्विक फलक पर 2020 के बाद भी घरेलू मोर्चे पर अजेय रहने के साथ महत्वपूर्ण वैश्विक मसलों पर अहम भूमिका निभाने के कारण असरकारी बने रह सकते हैं।
ब्लूमबर्ग ने नेताओं के सत्ता में रहने की संभावित अवधि के आधार पर ही इनका चयन किया गया है। इन 16 नेताओं की सूची में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छठे स्थान पर हैं।