नई दिल्ली। अमेरिका ने भारत को मुद्रा निगरानी सूची (Currency Monitoring List) से हटा दिया है और कहा है कि उसने इस संबंध में आपत्तियां दूर कर दी हैं। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने से पहले भारत के लिए यह एक अच्छी खबर है।
अमेरिका के आर्थिक विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने प्रमुख 3 आपत्तियों में से एक को दूर कर दिया है इसलिए उसे निगरानी सूची से बाहर किया जा रहा है।
भारत को अमेरिका ने पिछले साल मुद्रा निगरानी सूची में रखा था। इस सूची में उन देशों की मुद्राओं को रख जाता है जिनकी विदेशी मुद्रा विनिमय नीति अमेरिका को संदेहास्पद लगती है। इन देशों में भारत के अलावा चीन, जर्मनी, जापान, दक्षिण कोरिया और स्विट्जरलैंड शामिल थे।
अमेरिकी सरकार मुद्रा नीति का इस्तेमाल विश्व कारोबार निर्धारित करने के लिए करती है। अमेरिकी सरकार अभी भी चीन, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, कोरिया, मलेशिया, सिंगापुर और वियतनाम की मुद्राओं पर लगातार नजर रख रही है।