नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 17वें स्थापना दिवस पर लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए मशहूर इस संस्था की जमकर प्रशंसा की और कहा कि यह कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी राहत व बचाव कार्य में अग्रणी रही है।
उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में आपदा प्रबंधन को सरकारों और नीति निर्धारकों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय करार दिया और कहा कि एनडीआरएफ की बहादुरी और उसका पेशेवर अंदाज बेहद ही प्रेरणा देने वाला है। उन्होंने कहा कि आपदाओं के बाद आपदा प्रबंधन के दल जिस प्रकार की प्रतिक्रिया देकर स्थितियों को बेहतर बनाते हैं, उसके अतिरिक्त भी हमें आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना के बारे में सोचना होगा और इस विषय पर शोध करना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने इस दिशा में आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन के रूप में एक प्रयास किया है। साथ ही हम अपने एनडीआरएफ के कर्मियों के कौशल को और धार देने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि चुनौतियों की स्थिति में हम अधिक से अधिक लोगों की जान और संपत्ति को बचा सकें। हर साल 19 जनवरी को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल का स्थापना दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2006 में 'आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005' के तहत एनडीआरएफ की स्थापना की गई थी। आपदा या संकट की स्थिति में विशेष प्रतिक्रिया के उद्देश्य से इस बल की स्थापना हुई थी।