लखनऊ। नेशनल हेराल्ड-एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड सौदे से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा समन जारी करने के मामले को लेकर कांग्रेस ने देशव्यापी सत्याग्रह का ऐलान किया। भाजपा ने पलटवार करते हुए सवाल किया कि आखिर कांग्रेस डरी हुई क्यों है?
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को ईडी के नोटिस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे सत्तारूढ़ भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का षड्यंत्र बताया जबकि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आखिर नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस क्यों डरी हुई है।
सचिन पायलट ने यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस फर्जी और षड्यंत्रकारी मामले को लेकर पूरे देश में कांग्रेसजनों में आक्रोश का माहौल व्याप्त है। उन्होंने कहा कि सोमवार सुबह कांग्रेस पार्टी के समस्त सांसद, विधायक, पूर्व सांसद/विधायक, कार्यकारिणी के सदस्य, प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ सत्याग्रह कार्यक्रम के तहत दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर तक पदयात्रा करेंगे और इसके साथ ही उत्तर प्रदेश समेत देशभर के सभी प्रदेश मुख्यालयों पर भी सोमवार को सत्याग्रह कार्यक्रम चलाया जायेगा।
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार के मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी बेल (जमानत) पर जेल से बाहर हैं। अब जांच के सिलसिले में यदि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी का नोटिस आया है तो यह तो भ्रष्टाचार का मामला हुआ।
उन्होंने कहा कि मामले को राजनीतिक तूल देने की कांग्रेस असफल प्रयास कर रही है। मौर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार कांग्रेस का राष्ट्रीय चरित्र है और सोनिया-राहुल भ्रष्टाचार के आरोप में बेल पर हैं, जब ईडी उनके खेल पर पर्दा उठा रहा है तो मां-बेटे देश की अस्मिता और शांति से खेलने लगे हैं।
सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि आजादी के संघर्ष में योगदान देने वाले अखबार 'नेशनल हेराल्ड' से अंग्रेजों को इतना खतरा महसूस हुआ कि ब्रिटिश हुकूमत ने कांग्रेस द्वारा चलाए गए भारत छोड़ो आंदोलन के समय 1942 से 1945 तक इस अखबार को बंद करवा दिया था और आज फिर उस समय की अंग्रेजी हुकूमत का समर्थन करने वाली विचारधारा आज़ादी के आंदोलन की इस आवाज़ को दबाने का घिनौना षडयंत्र कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस षडयंत्र के मुखिया स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनका हथियार है। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन की आवाज नेशनल हेराल्ड न्यूज़ अखबार और कांग्रेस अलग नहीं है।
भाजपा मुख्यालय में केशव मौर्य ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को पता होना चाहिए कि मोदी सरकार किसी को भी देश के संसाधनों को लूटने नहीं देगी। कांग्रेस और उसके नेताओं को मोदी जी की यह बात याद होनी चाहिए जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा था कि न खाऊंगा और न ही खाने दूंगा और जो जनता की गाढ़ी कमाई खा गए हैं उनके पेट से निकाल कर लाऊंगा और गरीबों के कल्याण पर खर्च करूंगा। अब चोरी और सीनाजोरी वाला जमाना चला गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को यह बात याद होनी चाहिए कि देश में मोदी सरकार है और संसाधनों की लूट किसी सूरत में स्वीकार नहीं है। चोरी की है तो सजा तो भुगतनी पड़ेगी, चाहे कितना भी बड़ा या उच्च पद पर आसीन व्यक्ति ही क्यों ना हो।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि राहुल गांधी में हिम्मत है तो वे आरोपों का सामना करें, ईडी के सवालों का जवाब दें और अपना पक्ष रखें। उन्होंने कहा कि गुमराह करने और झूठ को छुपाने के लिए शक्ति प्रदर्शन से अब काम नहीं चलेगा। लालच, लूट और आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस पार्टी आज देश में बुरी स्थिति में है, इसके बाद भी इनके नेता इस पर परदा ही डालने का काम कर रहे हैं। (इनपुट भाषा)