47 Muslim candidates selected in UPSC: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में नौवां स्थान हासिल करने वाली नौशीन ने तीसरी कोशिश में लोक सेवक बनने का अपना सपना साकार किया। वह जामिया मिलिया इस्लामिया की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) के उन 31 विद्यार्थियों में शामिल हैं, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है। इस परीक्षा में सफल हुए 1016 उम्मीदवारों में से कुल 47 मुस्लिम अभ्यर्थियों का भी चयन हुआ है।
इस प्रतिष्ठित परीक्षा में जामिया से टॉप करने वाली नौशीन ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने कोचिंग संस्थान को दिया और इसके साथ ही अपने सपने को साकार करने में योगदान के लिए अपने दोस्तों का भी आभार जताया।
क्या कहा नौशीन ने : उन्होंने कहा कि मैं अपनी कामयाबी का श्रेय जामिया आरसीए को देना चाहूंगी। मैं दो कोशिशों के बाद नवंबर 2021 से वहां थी। संस्थान ने मेरी सफलता में एक प्रमुख भूमिका निभाई क्योंकि वहां पहले से ही चयनित लोग थे, जिन्होंने मेरी बहुत मदद की। मेरे दोस्तों ने भी नोट्स, उत्तर लेखन और अन्य सभी चीजों के माध्यम से मेरी मदद की और इसे मुमकिन बनाया।
गोरखपुर में जश्न : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में नौशीन के गृहनगर में जश्न का माहौल है। उनके माता-पिता ने अपनी बेटी की सफलता के लिए अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए कहा कि यह उनके लिए खुशी का पल है क्योंकि बेटी ने एक उल्लेखनीय रैंक हासिल की है।
नौशीन के पिता ने कहा कि हमारी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। इसे बयान करना मुश्किल है। अब तक हम (यूपीएससी परीक्षा में) प्रथम, द्वितीय, तृतीय, नौवीं, 31वीं (रैंक) लाने वाली अन्य लड़कियों के साक्षात्कार पढ़ते थे। अब मेरी बेटी ने नौवीं रैंक हासिल की है।
नौशीन ने अपनी स्कूली शिक्षा गोरखपुर में पूरी की और स्नातक की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की। वह 2021 से जामिया आरएसी में यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala