महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा आज यानी सोमवार को दिल्ली पहुंच रही हैं। रवानगी से पहले नवनीत राणा ने मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे किसी के काम नहीं हैं। हमें लॉकअप में परेशान किया गया। हमें 20 फुट नीचे गाड़ने की बात कही गई। नवनीत राणा ने कहा कि आज में दिल्ली जा रही हूं।
मैंने कोर्ट के किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया है। अगर लोकप्रतिनिधि के साथ इस तरह का व्यवहार होता है तो सोचिए आम लोगों के साथ क्या होता है।
उन्होंने आगे कहा कि गृह मंत्री अमित शाह से मिलूंगी। जेल में अपने ऊपर हुए अत्याचार को लेकर बात करूंगी। उद्धव ठाकरे हमें सिद्धांतो का पाठ ना पढ़ाएं।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा आज दिल्ली जाएगीं। बताया जा रहा है कि वो मुंबई से 11 बजकर 55 मिनट पर दिल्ली के लिए निकलेंगी।
नवनीत राणा गृहमंत्री अमित शाह और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात करेंगी। साथ ही पुलिस हिरासत में उनके साथ जो बदसलूकी हुई उसकी भी शिकायत कर सकती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि कल राणा दंपति ने बीजेपी नेता राम कदम से भी मुलाकात की थी।
जेल से बाहर आकर गृहमंत्री से उनकी इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा करने के बाद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को देशद्रोह के आरोप में जेल की हवा खानी पड़ी थी।
हालांकि मुंबई सेशन कोर्ट ने उनको बेल दे दी इसके बाद उनकी तबियत खराब हो गई और अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। अस्पताल से बाहर आकर उन्होंने एक बार फिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमला किया और कहा कि उनकी ये लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने उद्धव ठाकरे पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया और चुनौती दी कि अगर हिम्मत है तो उनके खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार उन्हें किस बात की सजा दे रही है। अगर हनुमान चालीसा पढ़ना और भगवान का नाम लेना गुनाह है तो वो 14 दिन क्या 14 साल तक जेल में रहने के लिए तैयार हैं।
इससे पहले नवनीत राणा को अस्पताल में छुट्टी मिलने के बाद समर्थकों ने हनुमान जी की मूर्ति भेंटकर उनका स्वागत किया।
इसके साथ ही, उनके माथे पर तिलक लगा और शॉल ओढाकर नवनीत राणा का लोगों ने स्वागत किया। हाथ में हनुमान चालीसा लेकर नवनीत राणा बाहर निकलीं। उन्होंने कहा कि अगर ये लगता है कि जेल से महिला की आवाज दबा सकते हैं तो हमारी लड़ाई भगवान के नाम से है और मैं उसे आगे भी जारी रखने वाली हूं।