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नक्सलियों के खिलाफ अब आरपार की जंग, डोभाल ने संभाली कमान

हमें फॉलो करें नक्सलियों के खिलाफ अब आरपार की जंग, डोभाल ने संभाली कमान
, सोमवार, 1 मई 2017 (06:53 IST)
छत्तीसगढ़ के सुकमा स्थित बुरकापाल में नक्सली हमले में 25 जवानों के शहीद होने के बाद अब बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि नक्सलियों के खिलाफ अब आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी, लेकिन क्या इस पर भी विचार कर लिया गया है कि सत्ता, मीडिया, साहित्य और तमाम जगहों पर बैठे लाल आतंक के छद्म सहयोगियों पर किस तरह लगाम कसी जाएगी? क्या फिर से वे मानवाधिकार का राग नहीं अलापा जाएगा? 
 
दरअसल, सुकमा स्थित बुरकापाल में नक्सलियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवानों की शहादत के बाद सरकार ने नक्सलियों को उनके ही मांद में घुसकर मुंहतोड़ जवाब देने का फैसला कर लिया है। इस संबंध में 2 मई को राज्य के आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे।
 
बस्तर संभाग के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा, 'नक्सलियों के खिलाफ पलटवार और नई रणनीति के लिए 2 मई को राजधानी रायपुर में आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद होंगे।'
 
बताया जा रहा है कि नक्सलियों को चौतरफा घेरने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय में नक्सल मामलों के सलाहकार विजय कुमार ने सुकमा और डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने बीजापुर में डेरा डाल दिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के डीजी शरद कुमार की गोपनीय रिपोर्ट के बाद विजय कुमार को तीन दिन में दूसरी बार छत्तीसगढ़ भेजा गया है। 
 
डीएम अवस्थी बस्तर में कैंप कर आईजी, डीआईजी और एसपी के साथ फोर्स का मनोबल बढ़ाकर सीधे अटैक करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। बस्तर को विशेष कार्यबल का केंद्र बनाने पर भी आला अधिकारी रणनीति तैयार कर रहे हैं। वहीं एसटीएफ की कमान केंद्रीय सुरक्षा बल को सौंपी जाएगी, जिसमें राज्य के आला अफसरों को शामिल किया जाएगा।
 
सुकमा और बीजापुर में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के आला अधिकारियों की करीब दो घंटे तक चली बैठक में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियान के लिए नया ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन को तेज करने के लिए सड़क निर्माण में लगे जवानों को वापस बुला लिया गया है। नक्सल विरोधी अभियान के आला अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि ऑपरेशन तेज करने के लिए सुरक्षा बलों की जरूरत पड़ेगी, इसलिए सड़क का काम फिलहाल बंद किया गया है।  
 
 


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