प्रधानमंत्री मोदी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय है। सोशल मीडिया से लेकर नेताओं तक मोदी और पवार की मुलाकात की तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। सवाल यह है कि मोदी और पवार राजनीति की दो अलग-अलग धाराएं हैं, ऐसे में दोनों का मिलन कैसे होगा, इसी को लेकर राजनीति में चर्चा गर्म है।
मुंबई, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच रविवार को एक बैठक हुई। पीएम आवास पर हुई यह बैठक करीब 50 मिनट चली है। इस मुलाकात के बाद सियासी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
हालांकि, एनसीपी ने इन अटकलों को विराम देते हुए कहा है कि इसकी जानकारी कांग्रेस और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पहले से थी। इस बैठक पर एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा, 'संघ का राष्ट्रवाद और एनसीपी का राष्ट्रवाद अलग है. दोनों नदी के दो छोर हैं जो कभी नहीं मिल सकते'
उन्होंने बताया, 'बैंकिंग रेगुलेटरी कानून बदलने से सहकारिता क्षेत्र को नुकसान हुआ है। ऐसा शरद पवार का मानना है। उसी संदर्भ में पहले उनकी प्रधानमंत्री से फोन पर बात हुई थी। उसी संदर्भ में आज दिल्ली में उन्होंने मुलाकात की। इसके अलावा कोरोना टीके की कमी पर भी चर्चा हुई'
साथ ही उन्होंने कहा, 'शरद पवार की प्रधानमंत्री से जो मुलाकात हुई, उसकी जानकारी कांग्रेस और मुख्यमंत्री को थी। कोई ये अचानक से मीटिंग नहीं हुई है। सहकारिता क्षेत्र में जो परेशानियां हैं, उसके लिए पहले से मीटिंग तय थी।