पुणे। भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) दो साल पहले भाजपा से हाथ मिलना चाहती थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह समय महाराष्ट्र में सरकार गिराने या बदलने का नहीं है क्योंकि राज्य कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहा है।
पुणे में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि दो साल पहले शरद पवार नीत राकांपा, भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बनना चाहती थी।
उन्होंने कहा, 'यह समय सरकार का मूल्यांकन करने का नहीं है। यह समय सवाल खड़े (कोविड-19 महामारी के दौरान प्रबंधन के संदर्भ में) करने का है, यह समय खामियों को बताने का है।'
फडणवीस ने कहा, 'लेकिन यह समय कमियों के आधार पर सरकार का मूल्यांकन करने का नहीं है। यह समय यह कहने का नहीं है कि मुख्यमंत्री बदलो या इस सरकार की जरूरत नहीं है।'
उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी के नाते भाजपा शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा सरकार की कमियों को रेखांकित कर रही है। अभी यह जरूरी है कि इन कमियों को कैसे दूर किया जाए और कैसे सरकार के समक्ष इसे उठाया जाए, जो हम कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में कोई नया राजनीतिक समीकरण नहीं बन रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई नया समीकरण नहीं है। सरकार को बदलना या गिराना हमारे एजेंडे में नहीं है...सभी देख रहे हैं कि सरकार कैसे चल रही है और मुझे अलग से देखने की जरूरत नहीं है।
उल्लेखनीय है पिछले साल शिवसेना ने गठबंधन तोड़कर कांग्रेस-रांकापा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई। (भाषा)