शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के अवसर पर शनिवार को कहा कि आज उत्तर प्रदेश की जनता एक नारा दे रही है कि 'यूपी प्लस योगी, बहुत है उपयोगी'। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में यहां सरकार बनने से पहले पश्चिम उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी इससे सब भलीभांति परिचित हैं।
उन्होंने कहा, पहले यहां कहते थे 'दिया बरे तो घर लौट आओ' क्योंकि सूरज डूबता था तो कट्टा लहराने वाले सड़क पर आ धमकते थे। यह कट्टा अब चला गया। बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते रहते थे। बेटियों का स्कूल जाना मुश्किल कर दिया गया था। व्यापारी-कारोबारी घर से सुबह निकलता था, परिवार को चिंता होती थी, घर और जमीन पर अवैध कब्जे के चलते कब कहां दंगा हो जाए, कहां आगजनी हो जाए, कोई नहीं कह सकता था।
मोदी ने कहा कि इसी स्थिति के कारण कई गांवों से आए दिन पलायन की खबरें आती रहती थीं लेकिन बीते साढ़े चार साल में योगी सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिए बहुत परिश्रम किया है। आज जब माफियाओं की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलता है, तो दर्द उन्हें पालने-पोसने वालों को होता है। तभी आज पूरे उत्तर प्रदेश की जनता कह रही है कि 'यूपी प्लस योगी बहुत है उपयोगी'।
विपक्षी दलों का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, हमारे यहां कुछ राजनीतिक दल ऐसे रहे हैं जिन्हें देश की विरासत से भी दिक्कत है और देश के विकास से भी। देश की विरासत से दिक्कत इसलिए है क्योंकि उन्हें अपने वोट बैंक की चिंता ज्यादा सताती है। देश के विकास से दिक्कत क्योंकि गरीब की, सामान्य लोगों की उन पर निर्भरता दिनोंदिन कम हो रही है।
मोदी ने कहा कि इन लोगों को काशी में बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बनने से, अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से दिक्कत है। इन लोगों को गंगा जी के सफाई अभियान से दिक्कत है। उन्होंने कहा, यही लोग हैं जो आतंक के आकाओं के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं।
उन्होंने कहा, यही लोग हैं जो भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा बनाए कोविड टीकों को कठघरे में खड़ा कर देते हैं। देश के विकास का, देश के सामर्थ्य का उत्सव हम सभी को खुले मन से मनाना चाहिए। अफसोस इन लोगों की सोच ऐसी नही हैं।
प्रधानमंत्री ने एक्सप्रेस-वे के संबंध में कहा कि एक से दूसरे शहर में जाने के लिए अब उतना समय नहीं लगेगा जितना समय पहले लगता था। समय ट्रैफिक जाम में बर्बाद नहीं होगा। समय का बेहतर इस्तेमाल हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इतने बड़े प्रदेश को चलाने के लिए जिस दमखम की जरूरत है, जितने दमदार काम की जरूरत है, डबल इंजन की सरकार वो करने का काम कर रही है।
गंगा एक्सप्रेस-वे 594 किलोमीटर लंबा और छह लेन का होगा। यह 36,200 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से निर्मित किया जाएगा। मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होकर एक्सप्रेस-वे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा।
यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। पूरी तरह से निर्मित होने के बाद यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा।(भाषा)