नई दिल्ली। एनआईए ने एटीएस के साथ मिलकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 17 ठिकानों पर छापेमारी कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मौलवी और इंजीनियर भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये लोग अगले कुछ ही दिनों में कई जगहों पर बम धमाके या फिर फिदायीन अटैक करने की तैयारी में थे। इसके लिए ये लोग रिमोट कंट्रोल बम और सुसाइड जैकेट तैयार करने में जुटे थे।
आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रभावित मॉड्यूल को लेकर जारी जांच के सिलसिले में दिल्ली के सीलमपुर तथा उत्तरप्रदेश के लखनऊ, अमरोहा और हापुड़ जिलों में छापेमारी की गई थी। ये आतंकी आईएसआईएस के नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के जरिए साजिश रच रहे थे।
एनआईए आईजी आलोक मित्तल ने बताया कि छापेमारी के दौरान विस्फोटक, देशी रॉकेट लॉन्चर, 100 मोबाइल फोन, 135 सिम कार्ड बरामद किए गए। आईएसआईएस से प्रभावित आतंकवादी मॉड्यूल के संबंध विदेशी आकांओं से उनकी पहचान की अभी जांच की जा रही है। एनआईए प्रमुख ने कहा कि आईएसआईएस से प्रभावित आतंकवादी मॉड्यूल भीड़ वाले स्थानों, राजनीतिक शख्सियतों को निशाना बनाने की साजिश रच रहा था।
मित्तल ने बताया कि उन्होंने 16 संदिग्धों से पूछताछ के बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई एनआईए और यूपी एटीएस ने मिलकर की है। गिरफ्तार किए गए लोगों में से 5 उत्तर प्रदेश के और 5 दिल्ली के हैं। ये सभी लोग विदेश में बैठे एक हैंडलर के संपर्क में थे। हालांकि इस बारे में एनआईए ने ज्यादा जानकारी देने से इंकार कर दिया।
एटीएस महानिरीक्षक असीम अरुण ने लखनऊ में पुष्टि की कि एटीएस ने एनआईए के साथ संयुक्त अभियान चलाया और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के अमरोहा से पांच लोगों को पकड़ा है।