Lawrence Bishnoi's aide arrested : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक करीबी सहयोगी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बरार को गिरफ्तार कर लिया है। विक्रम बरार को प्रत्यर्पण के तहत संयुक्त अरब अमीरात से भारत लाया गया है जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि विक्रम बरार को प्रत्यर्पण के तहत संयुक्त अरब अमीरात से भारत लाया गया है जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि एनआईए का एक दल विक्रम बरार को भारत वापस लाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात गया था।
एनआईए ने बताया कि बरार मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के अलावा अन्य लोगों और कारोबारियों की हत्या में शामिल है। वह कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार और अन्य की मदद से भारत में हथियारों की तस्करी तथा जबरन वसूली के मामलों में भी संलिप्त है।
जांच एजेंसी ने कहा, वर्ष 2020 से फरार बरार भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत हत्या, हत्या का प्रयास, वसूली और शस्त्र कानून से जुड़े मामले समेत कुल 11 मामलों में वांछित था। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तथा दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों की पुलिस के अनुरोध पर सक्षम प्राधिकरण ने उसके खिलाफ 11 लुकआउट नोटिस जारी किए थे।
आतंकवादी-गैंगस्टर साजिश मामले में मंगलवार को यह गिरफ्तारी की गई जिसकी जांच एनआईए कर रही है। एनआईए ने इस मामले के संबंध में अभी तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा, बरार संयुक्त अरब अमीरात से बिश्नोई आतंकी गिरोह के लिए संचार नियंत्रण कक्ष (सीसीआर) के रूप में काम कर रहा था।
इस सीसीआर ने बिश्नोई तथा गोल्डी बरार (कनाडा) के बीच फोन पर बातचीत कराई और उनके इशारे पर वह विभिन्न लोगों को वसूली के लिए फोन करता था। बिश्नोई का साथी बनने से पहले बरार पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संगठन से जुड़ा था।
प्रवक्ता ने कहा, अन्य साथियों के साथ उसने हत्या, हत्या के प्रयास और उगाही जैसे विभिन्न अपराधों में सक्रियता से भाग लिया। वह राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में लक्षित हत्याओं, वसूली में बिश्नोई गिरोह की मदद कर रहा था। वह गिरोह के सदस्यों को साजोसामान सहयोग भी मुहैया करा रहा था।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)